महाराष्ट्र में एक बार फिर से बेकाबू हुए कोरोना संक्रमण के बीच उद्धव सरकार ने शुक्रवार को नई गाइडलाइन जारी है. 31 मार्च 2021 के लिए जारी की गई इस गाइडलाइन के मुताबिक राज्य के सभी ड्रामा थिएटर्स और ऑडिटोरियम में सिर्फ पचास फीसदी क्षमता के साथ उन्हें ऑपरेट किया जाएगा. इसके साथ ही, बिना मास्क के इसके अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा. इस दौरान तामपान के मांपने वाले डिवाइस का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि किसी बुखार वाले व्यक्ति को प्रवेश ना दिया जाए.
अलग-अलग जगहों पर पर्याप्त हैंड सेनिटाइजर की व्यवस्था करनी होगी. सभी समय में सभी विजिटर्स को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त संख्या में स्टाफ सुनिश्चित करना होगा. 15 जनवरी को जारी आदेश के अनुसार, ड्रामा हॉलऑडिटोरियम का इस्तेमाल धार्मिक/सामाजिक/राजनीतिक और सांस्कृतिक सभाओं के लिए नहीं किया जाएगा. अगर इसका उल्लंघन करते हुए पाया जाता है तो कोविड-19 महामारी तक उसे रखना होगा. इसके साथ ही, उल्लंघन पर इसके मालिक पर जुर्माना लगाया जाएगा.
महाराष्ट्र में गुरुवार को कोरोना वायरस वायरस के 25,833 नए मामले सामने आए जो पिछले साल मार्च से रोजाना के सबसे अधिक मामले हैं. इन नए मरीजों को मिलाकर राज्य में संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 23,96,340 हो गई है. गुरुवार को 58 मरीजों की मौत हो जाने के बाद राज्य में अबतक 53,138 लोग इस वायरस के चलते अपनी जान गंवा चुके हैं. रोजाना 24,886 मामलों का रिकार्ड पिछले साल 11 सितंबर को सामने आया था.
राज्य में कोविड-19 की दूसरी लहर की शुरुआत हो चुकी है. केंद्रीय दल ने अपनी रिपोर्ट में ऐसा कहा था. अधिकारी ने बताया कि दिन के दौरान 12,764 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दी गई जिससे स्वस्थ हुए लोगों की कुल संख्या 21,75,565 हो गई है. राज्य में इस समय 1,66,353 मरीज उपचाराधीन हैं. नागपुर शहर में दूसरे दिन कोविड-19 के सबसे अधिक 2,926 मामले सामने आये. इसके बाद मुंबई शहर में 2,877और पुणे में 2,791 मामले दर्ज किये गये. मुम्बई में अबतक के सबसे अधिक नये मामले सामने आये हैं.
इस बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने संभागीय आयुक्तों से कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए घोषित पाबंदियों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा है. डिजिटल बैठक में ठाकरे ने कहा कि राज्य में रोजाना मामले बड़ी तेजी से बढ़े हैं लेकिन टीकाकरण अभियान ने भी रफ्तार पकड़ी है. उन्होंने कहा, ‘‘ पिछले साल इस महामारी के आने के बाद गुरुवार को सर्वाधिक मामले के मद्देनजर जिला प्रशासन संक्रमितों के संपर्क में आने व्यक्तियों की पहचान की गति बढ़ाए, पाबंदियां एवं सुरक्षा नियम लागू करें.’’