कोलकाता/ संभाजीनगर/ वडोदरा- बंगाल और महाराष्ट्र में रामनवमी के एक दिन बाद शुक्रवार को फिर हिंसा भड़क गई। उपद्रवियों ने हावड़ा और संभाजीनगर में मंदिरों पर पत्थरबाजी की। इससे पहले गुरुवार को देशभर में रामनवमी के मौके पर राज्यों में हिंसा और आगजनी की खबरें भी सामने आई थीं। गुजरात के वडोदरा, महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर-जलगांव, पश्चिम बंगाल के हावड़ा-इस्लामपुर और उत्तर प्रदेश के लखनऊ में दो समुदायों के बीच झड़प के बाद पथराव और आगजनी की घटनाएं हुईं। बिहार के सासाराम और नालंदा में भी हिंसा हुई है। यहां शोभयात्रा को लेकर दो गुटों में पत्थरबाजी हुई। घरों पर बम चलाए गए। दोनों जगह पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। इसमें दो लोग घायल हुए हैं। तीन राज्यों में अब तक 80 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें गुजरात में 24, महाराष्ट्र में 20 और बंगाल में 36 लोग शामिल हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने बंगाल के राज्यपाल से घटना की जानकारी ली है।
1. पश्चिम बंगाल: हावड़ा में 24 घंटे के भीतर दूसरी बार हिंसा
पश्चिम बंगाल के हावड़ा और उत्तरी दिनाजपुर जिले में गुरुवार को शोभायात्रा के दौरान हिंसक झड़प हुई थी। 24 घंटे के भीतर शुक्रवार को एक बार फिर शिबपुर में पत्थरबाजी की घटना सामने आई है। यहां एक वर्ग ने मंदिरों में तोड़फोड़ की है। इसके बाद पूरे इलाके में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया है। वहीं, पश्चिम बंगाल के विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कलकत्ता हाईकोर्ट में हावड़ा और डालखोला में हिंसा की घटनाओं के संबंध में एक जनहित याचिका दायर की है। अधिकारी ने कोर्ट से मामले की NIA से जांच और हिंसा प्रभावित क्षेत्र में CRPF की तैनाती की मांग की है। मामले पर 3 अप्रैल को सुनवाई होगी। इधर, ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हिंसा की जांच NIA से करने की मांग की है।
ममता बनर्जी ने कहा- जुलूस का मार्ग कैसे बदला गया?
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन घटनाओं के लिए सीधे भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है। ममता ने भाजपा का नाम लिए बगैर कहा, ‘वे सांप्रदायिक दंगों के लिए राज्य के बाहर से गुंडे बुलाते रहे हैं। उनके जुलूसों को किसी ने नहीं रोका, लेकिन उन्हें तलवारें और बुलडोजर लेकर मार्च करने का अधिकार नहीं है। हावड़ा में ऐसा करने की उनकी हिम्मत कैसे हुई?’ ममता ने कहा- ‘उन्होंने मार्ग क्यों बदल दिया? विशेष रूप से एक समुदाय को टारगेट करने और हमला करने के लिए अनधिकृत मार्ग क्यों चुना? भाजपा ने हमेशा हावड़ा, पार्क सर्कस और इस्लामपुर को निशाने पर रखा है।’