नेशनल डेस्क। देशभर में गर्मी ने जोर पकड़ लिया है और अप्रैल के महीने में ही तापमान 40 डिग्री पार चला गया है। दिल्ली-NCR में मंगलवार को सामान्य से 5.9 डिग्री ज्यादा यानी 41 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। इसके साथ ही 8 अप्रैल मंगलवार को इस सीजन का और पिछले तीन सालों में अप्रैल महीने का सबसे गर्म दिन रहा। पंजाब में 43 डिग्री और राजस्थान में तापमान 46 डिग्री तक पहुंच गया है। इस लू के थपेड़े लगातार लोगों को परेशान कर रहे हैं।
गुजरात और महाराष्ट्र का तापमान भी 40 से 45 डिग्री के बीच बना हुआ है। ऐसे में एक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हो चुका है जिससे 10 अप्रैल से दिल्ली समेत कई राज्यों में मौसम में बदलाव होगा। मौसम विभाग के अनुसार आज कल और परसों यानी 10 अप्रैल तक आसमान में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश से गर्मी में कुछ राहत मिल सकती है। पहाड़ी राज्यों उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी होने की भी संभावना है।
इन राज्यों में गर्मी का कहर रहेगा जारी
मौसम विभाग ने बताया कि अगले 3 दिन तक राजस्थान, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गोवा, कोंकण, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल और अन्य कई राज्यों में गर्म और आर्द्र मौसम रहेगा। इन राज्यों में हीटवेव का अलर्ट जारी किया गया है।
इन राज्यों में बरसेंगे बादल
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर-पश्चिम भारत में पड़ रही गर्मी 10 अप्रैल से कम हो जाएगी। 12 अप्रैल तक दक्षिण भारत, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तटीय आंध्र प्रदेश, केरल, तेलंगाना, कर्नाटक, असम, मेघालय, मणिपुर, त्रिपुरा, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर, लद्दाख में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इसके साथ ही गरज-चमक के साथ बारिश भी हो सकती है। बिहार में ओलावृष्टि की संभावना भी है।
ताजा मौसमी परिस्थितियां
मौसम विभाग ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हवाओं के ऊपर औसत समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर सक्रिय है। पश्चिमी राजस्थान से पश्चिमी विदर्भ तक समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर तक हवाओं का एक गर्त बना हुआ है। यह दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश से बिहार होते हुए उत्तरी बांग्लादेश तक फैला हुआ है। दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर भी एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन चुका है जो उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। अगले 24 घंटों के दौरान यह क्षेत्र उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ सकता है और धीरे-धीरे कमजोर हो सकता है। इसके असर से मध्य महाराष्ट्र और उसके आसपास के इलाकों में एक ऊपरी हवा का साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन रहा है।
पिछले 24 घंटों में मौसम का हाल
8 अप्रैल को सक्रिय हुआ पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में असर दिखा रहा है। जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में बारिश हुई जबकि श्रीनगर समेत कई निचले क्षेत्रों में बादल छाए रहे लेकिन जम्मू में आसमान साफ रहा। इन तीनों राज्यों में आज (9 अप्रैल), कल (10 अप्रैल) और परसों (11 अप्रैल) हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है।
उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चंपावत समेत अन्य क्षेत्रों में आज हल्की बारिश हो सकती है। हिमाचल प्रदेश में भी पिछले 2 दिनों से पड़ रही गर्मी से राहत मिली है क्योंकि वहां हल्का हिमपात हुआ। बारालाचा, कुंजुम, रोहतांग जैसे इलाकों में हल्का हिमपात और मनाली में हल्की बारिश हुई। शिमला समेत कई शहरों में बादल छाए और हवाएं चलीं जबकि धर्मशाला, भुंतर और सुंदरनगर में गर्म हवाएं चलीं।
वहीं कहा जा सकता है कि देशभर में तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है और लू की मार लोगों को परेशान कर रही है। हालांकि 10 अप्रैल से मौसम में बदलाव का अनुमान है जिससे कुछ राहत मिल सकती है। राज्यों में हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना बनी हुई है, जो गर्मी से राहत दिलाने का काम करेगी।