वैशाख के कृष्ण पक्ष का आखिरी दिन अमावस्या तिथि होती है। आज हिंदू नववर्ष की पहली अमावस्या मनाई जाएगी।वैशाख माह में आने के कारण इसे वैशाख अमावस्या कहते हैं। पितृों की शांति के लिए आज के दिन विशेष पूजा की जाती है। इस अमावस्या को सतुवाई अमावस्या भी कहते हैं। इस बार की अमावस्या बहुत ही खास है क्योंकि इस अमावस्या के दिन 3 शुभ संयोग बन रहे हैं और साथ ही हिंदू नववर्ष का पहला सूर्यग्रहण भी लग रहा है।
इसी के साथ दक्षिण भारत में आज शनि जयंती भी मनाई जाएगी। यदि कोई व्यक्ति आज के दिन पितरों का तर्पण करता है तो उसे कई जन्मों के पुण्यों के बराबर फल मिलता है। इसके अलावा वैशाख अमावस्या पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। तो आइए जानते हैं मनोकामना पूर्ति के लिए आज कौन से शुभ मुहूर्त में पूजा करें।
वैशाख अमावस्या तिथि मुहूर्त: हिंदू पंचांग के अनुसार 19 अप्रैल की सुबह 11:30 से अमावस्या तिथि की शुरुआत हो जाएगी और 20 अप्रैल को सुबह 09:41 बजे तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार 20 अप्रैल को अमावस्या मनाई जाएगी।
सर्वार्थ सिद्धि योग का समय: सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 05:51 बजे से शुरू होकर रात 11:11 बजे तक रहेगा। उसी के साथ प्रीति योग दोपहर 01:01 बजे तक रहेगा। जिन व्यक्तियों को स्नान-दान करना है तो वे सुबह सर्वार्थ सिद्धि योग में स्नान और दान कर सकते हैं। इस समय दान करने से जल्दी और दोगुना फल प्राप्त होता है।