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डायबिटीज के मरीज फॉलो करें ये डाइट चार्ट, कंट्रोल रहेगा शुगर

डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति के लिए सही डाइट बहुत महत्व रखती है। डायबिटीज एक जीवन शैली विकार है, जिसमें पीड़ित व्यक्ति का ब्लड शुगर का स्तर बहुत अधिक होता है। इससे पीड़ित व्यक्ति को प्यास बहुत लगती है और इसके साथ ही पेशाब, भूख, थकान ज्यादा लगती है। इसके साथ ही विजन में भी काफी फर्क आता है। लेकिन अगर आप एक सही और बैलेंस डाइट लेते हैं, तो इस डिसऑर्डर को नियंत्रित किया जा सकता है।इसके साथ-साथ अगर वेट लॉस आपका लक्ष्य है तो आपको अपने कैलोरी लेवल पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।

ब्रेकफास्ट
सुबह के नाश्ते में आप 10-15 भीगे हुए अखरोट के साथ 2 अंडे और 100 ग्राम एवोकाडो शामिल करें। अखरोट इंसुलिन के लिए रेजिस्टेंस बनाने, ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने और टाइप -2 डायबिटीज के विकास के जोखिम को कम करने में मदद करने के लिए जाने जाता है।

अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन अंडे को मधुमेह वाले लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प मानता है। ऐसा इसलिए क्योंकि एक अंडे में लगभग आधा ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 7 ग्राम उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन होता है।

लंच
लंच में आपको फुल फैट दही और 1 स्वीट पोटैटो ले सकते हैं। इसके साथ सॉते की हुई ग्रीन बीन्स को थाली में शामिल करें। आप स्वीट पोटैटो को ज्वार या किसी अन्य अनाज से बदल सकते हैं। यदि आपको मधुमेह है, तो शकरकंद अपने आहार में मॉडरेशन में शामिल करने का एक सुरक्षित विकल्प है। शकरकंद फाइबर का अच्छा स्रोत होता है और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स के लिए जाना जाता है। इसके कारण ब्लड शुगर के स्तर पर एकदम प्रभाव नहीं पड़ता है। वहीं हाई फाइबर और प्रोटीन कंटेंट से भरपूर हरी बीन्स खाने से शुगर खून में धीरे-धीरे रिलीज होता है।

स्नैक्स

स्नैक के तौर पर 3-4 स्ट्रॉबेरी, 200 एमएल कोकोनट मिल्क और 2 बड़े चम्मच फ्लैक्सीड्स स्मूदी का सेवन करें। प्राकृतिक रूप से मिलने वाले नारियल के दूध में अतिरिक्त शुगर नहीं होती है। नारियल का दूध मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा है। यह ग्लूकोज के स्तर पर अत्यधिक प्रभाव नहीं डालता। इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम होती है लेकिन इसके बजाय फाइबर और फैट की मात्रा अधिक होती है।

डिनर
रात के खाने में अपनी थाली में 1 बड़ा कटोरा उबले हुए छोले का सलाद और 1 कप मशरूम का सूप रखें। छोले डायबिटीज के मरीजों के लिए एक अच्छा विकल्प हैं। इसमें कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। साथ ही छोले एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जो खून से विषैले तत्वों को खत्म करते हैं।

इसी तरह मशरूम भी कई तरह से मधुमेह के लक्षणों और गंभीरता में मदद करता है। यदि आपको मधुमेह है, तो मशरूम का सेवन करना आपके लिए सुरक्षित है क्योंकि उसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स और ग्लाइसेमिक लोड की मात्रा कम होती है।

 

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