सरायपाली। स्थानीय गीता भवन में विगत दिनों रेल निर्माण संघर्ष समिति सरायपाली की एक आवश्यक बैठक रखी गई थी जिसमें बरगढ़-रायपुर रेल लाइन निर्माण की मांग को जन आंदोलन का रूप देने पर विचार किया गया था। साथ ही 16 मई को जय स्तंभ चौक में धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम किये जाने का निर्णय लिया गया था, जिसके तहत आज समिति के सदस्यों , राजनीति से जुड़े पदाधिकारियों, नगरवासियों , व्यापारी बंधुओ , किसानों व विभिन्न संघ संगठनों से जुड़े सदस्यों द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रायपुर, बरगढ़ रेल लाईन संघर्ष समिति के सदस्य विद्याभूषण सतपथी ने कहा कि वर्षों से विभिन्न समाज सेवियों द्वारा मांग उठाने के बावजूद इस अंचल को रेल सुविधा से वंचित रखा गया है। हमारी सरलता व राजनीतिक इच्छा शक्ति के अभाव के कारण हमारी सुविधाओं का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। समिति के समन्वयक दिलीप गुप्ता के द्वारा संघर्ष समिति के द्वारा दिल्ली जाकर रेल मंत्री से मिलने, ज्ञापन देने तथा जिले के सभी विधायकों, जनप्रतिनिधियों व ओड़िशा के जनप्रतिनिधियों से भी समर्थन मिलने की जानकारी के साथ ही इस मुद्दे को जनांदोलन के रूप में आगे बढ़ाने के लिए रेल सुविधा से लाभान्वित होने वाले बसना , सांकरा , पिथौरा , झलप , पटेवा व तुमगांव में समिति गठित करने की जानकारी दी गई ।
वहीं समाजसेवी हेमंत पात्र ने कहा कि परोपकार के लिए किया जाने वाला हर कार्य सफल होता है। अत: उन्होंने आम जनता व नगर वासियों से एकजुट होकर इस मांग को उठाने का अनुरोध किया। प्रदीप गुप्ता ने ओड़िशा से लेकर सरायपाली, बसना व पिथौरा के सभी लोगों इस मांग के लिए एक साथ मिलकर संघर्ष को तेज करने के लिए कहा। आशिक हुसैन, धर्मेन्द्र चौधरी, सेवाशंकर अग्रवाल ने भी रेल मार्ग के न होने के कारण विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया। संघर्ष समिति के अध्यक्ष अमर बग्गा ने कहा कि यह मांग बहुत पुरानी है और यह प्रदर्शन मील का पत्थर साबित होगा। यह क्षेत्र किसी कार्य के लिए ठान लेता है तो उसे पूरा करके ही रहता है। धरना प्रदर्शन के दौरान तिलकप्रसाद साहू, अमृतलाल पटेल, प्रदीप कुमार सतपथी, कमल किशोर अग्रवाल, विवेक कर, ओमप्रकाश साहू, धनुर्जय पटेल, पियुष सिंह ठाकुर, वेदप्रकाश भोई, मोहम्मद असलान, शिवा प्रधान, भावेश साहू, मनीष पटेल, अवधेश अग्रवाल, राजेश मित्तल, लिपेन्द्र कुमार साव, डोलचंद पटेल, गंगाराम पटेल, आनंद गोयल, पुष्पलता चौहान, हृषिकेश प्रधान, अशोक सेन, प्रमोद कुमार सागर, घनश्याम रात्रे आदि बड़ी संख्या में उपस्थित थे।