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गुरु प्रदोष व्रत आज : शिव परिवार की पूजा से दूर होंगे सब दुःख, जानें पूजा का मुहूर्त और विधि

प्रत्येक माह शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष व्रत रखा जाता है. पंचांग के अनुसार आज यानि 1 जून को ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है और आज प्रदोष व्रत रखा जाएगा. यह व्रत भगवान शिव को समर्पित है और इस दिन पूरे शिव परिवार का पूजन किया जाता है. प्रदोष की खासियत है कि इस दिन भोलेनाथ का पूजन प्रदोष काल यानि शाम के समय किया जाता है. यदि भोलेनाथ अपने भक्तों से प्रसन्न हो जाएं तो उनके जीवन में आ रहे सभी दुख दूर करते हैं. आइए जानते हैं गुरु प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि.

गुरु प्रदोष व्रत 2023 शुभ मुहूर्त
बता दें कि प्रदोष व्रत जिस दिन पड़ता है उसके अनुसार ही उनका नाम रखा जाता है. आज गुरुवार का दिन है और इसलिए इसे गुरु प्रदोष व्रत कहा गया है. यदि मंगलवार के दिन यह व्रत पड़े तो इसे मंगल प्रदोष व्रत, बुधवार के दिन बुध प्रदोष कहते हैं. आज पूजा के लिए शुभ मुहूर्त शाम 7 बजकर 14 मिनट पर शुरू होगा और रात 9 बजकर 16 मिनट तक रहेगा.

गुरु प्रदोष व्रत पूजन विधि
गुरु प्रदोष व्रत में शाम के समय भगवान शिव का पूजन किया जाता है. इस दिन सुबह उठकर स्नान आदि कर स्वच्छ वस्त्र पहनें और हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प करें. इसके बाद मंदिर स्वच्छ कर पूजा करें. प्रदोष व्रत में प्रदोष काल में पूजा की जाती है और इसलिए शाम के समय भोलेनाथ का विधि-विधान से पूजन करें. भोलेनाथ को बेलपत्र, भांग, धतूरा, गंगाजल, दूध, दीप और फूल चढ़ाएं. इसके बाद घी का दीपक जलाएं और प्रदोष व्रत कथा पढ़ें. फिर भगवान शिव की आरती करें और अगले दिन सूर्योदय के बाद व्रत खोलें.

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