हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह का निधन हो गया है. शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में वीरभद्र सिंह ने आज अंतिम सांस ली. पिछले तीन महीनों में दो बार कोविड से ठीक होने के बावजूद वीरभद्र 23 अप्रैल से आईजीएमसीएच में भर्ती थे. 87 साल के वीरभद्र सिंह छह बार हिमाचल के मुख्यमंत्री रह चुके थे. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राज्य के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सोमवार को सोलन जिले के अर्की के मौजूदा विधायक वीरभद्र सिंह के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने के लिए आईजीएमसीएच का दौरा भी किया था.
वीरभद्र सिंह नौ बार विधायक, पांच बार सांसद रह चुके हैं और वह छह बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. वर्तमान में वह सोलन जिले के अरकी से विधायक थे. पहली बार संक्रमण की चपेट में आने के बाद उन्हें चंडीगढ़ स्थित एक अस्पताल में भर्ती किया गया था. कोविड से ठीक होने के बाद वह हॉली लॉज में 30 अप्रैल को घर वापस आ गए थे. हालांकि, घर पहुंचने के कुछ घंटों बाद ही सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के चलते उन्हें फिर आईजीएमसी में भर्ती करा दिया गया था.
चुनावी राजनीति से ले चुके थे संन्यास
वीरभद्र सिंह ने इसी साल जनवरी में चुनावी राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि वो अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे. लेकिन वह कांग्रेस के सच्चे सिपाही रहे हैं, इसलिए कांग्रेस को मजबूत पार्टी के रूप में देखना चाहते हैं. इसके साथ ही उन्होंने नसीहत देते हुए कहा था, ‘कुछ लोग कांग्रेसी बनते हैं और अपने लोगों के जरिए कांग्रेस को ही हराते हैं. ऐसे लोगों को पार्टी में रखना नहीं है. मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा लेकिन मैं कांग्रेसी था और मरते दम तक कांग्रेसी रहूंगा.’
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