कोरोना काल बड़ी संख्या में परिवारों के लिए आर्थिक संकट लेकर आया है. कोरोना की दो लहरों के बाद तीसरी लहर का खतरा भी मंडरा रहा है. इन हालात में सबसे जरूरी है कि हम अपनी एक सही वित्तीय प्लानिंग बनाएं. ताकि भविष्य में अगर आर्थिक तंगी आए तो इसका सामना कर सकें. जानते हैं कि हमारी वित्तीय प्लानिंग किन बातों पर आधारित होनी चाहिए.
लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस है जरूरी
- आर्थिक संकट का सामना करने के लिए आपके पास हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस का होना जरूरी है.
- अनहोनी होने पर जहां लाइफ इंश्योरेंस आपके परिवार को वित्तीय सुरक्षा देगा वहीं हेल्थ पॉलिसी किसी मेडिकल इमरजेंसी में आपको बहुत मदद देगी.
निवेश की जानकारी पार्टनर को दें
- आपने जहां-जहां निवेश किया है उसका पूरा हिसाब रखें और अपने जीवनसाथी को भी इसकी जानकारी दें.
- अगर आपको कुछ हो जाता है तो आपका निवेश आपके परिवार के काम तभी आ पाएगा जब इसकी जानकारी आपके जीवनसाथी को होगी.
इमरजेंसी फंड बनाएं
- अपने घर खर्च के लिए कम से कम 3 महीने के लिए जरूरी रकम एक इमरजेंसी फंड में रखना चाहिए.
- यह फंड आप बैंक के सेविंग अकाउंट या म्यूचुअल फंड के लिक्विड फंड में बना सकते हैं.
- इस फंड का इस्तेमाल सिर्फ इमरजेंसी में ही करें.
नॉमिनी बनाएं
- अपने बैंक खाते, निवेश या बीमा पॉलिसी के लिए किसी को नॉमिनी जरूर बनाएं.
- नॉमिनी बनाने से आपके न रहने पर आपने परिवार वालों को कानूनी पचड़ों में न पड़ना पड़ता.
- इंश्योरेंस कंपनी से इंश्योरेंस के पैसे आसानी से निकल जाता है अगर आपने किसी को नॉमिनी बना रखें.
निवेश करना बंद न करें
- स्थिति कितनी भी मुश्किल क्यों न हो निवेश करना बंद न करें.
- मंथली निवेश या सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) बहुत जरूरी है. इनकी मदद से भविष्य की जरूरतों को लेकर फंड तैयार किया जा सकता है.
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