केंद्र सरकार ने कल कर्मचारियों और पेंशनधारियों को एक बड़ा तोहफा दिया. कोरोना के चलते महंगाई भत्ते की बढ़ोत्तरी पर लगी रोक हटाने के साथ साथ सरकार ने महंगाई भत्ते (DA) में 11 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी का फैसला लिया है. इसके साथ ही महंगाई भत्ते की दर अब 17 फीसदी से बढ़कर 28 फीसदी हो गई है. सरकार के इस फैसले से 48.34 लाख कर्मचारियों और 65.26 लाख पेंशनधारकों को फायदा मिलेगा. इसके साथ ही सरकारी खजाने पर 34401 करोड़ का अतिरिक्त बोझ भी पड़ेगा.
कल हुई कैबिनेट की बैठक में इस बात का फैसला लिया गया. बैठक के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि, डीए की बढ़ी हुई दर एक जुलाई से लागू होगी, जबकि पिछले साल जनवरी से इस साल जून तक के बकाए डीए का भुगतान पहले की 17 फीसदी की पुरानी दर से किया जाएगा. उन्होंने बताया, कोरोना महामारी के चलते पिछले साल एक जनवरी से इस साल जून तक सरकारी कर्मचारियों और पेंशनधारियों के महंगाई भत्ते और महंगाई राहत (DR) की तीन क़िस्तों पर रोक लगाई गई थी.
अगस्त से मिलेगी बढ़ी हुई सैलरी
DA में 11 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के सरकार के इस फैसले के बाद अगस्त महीने से केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनधारकों को बढ़ी हुई सैलरी प्राप्त होगी. इस से वेतन और पेंशन में अच्छा खासा इजाफा होगा. सातवें वेतन आयोग में सरकारी कर्मचारियों के वेतन और पेंशन में फिटमेंट फैक्टर के फ़ॉर्मुले का इस्तेमाल होता है. इसी को आधार बनाते हुए इनके वेतन का निर्धारण होता है. वर्तमान में ये फिटमेंट फैक्टर 2.57 है. फिटमेंट फैक्टर के तहत किसी भी कर्मचारी का वेतन कैलकुलेट करने के लिए डीए, टीए (ट्रैवल अलाउंस), और घर किराया (HRA) को छोडकर बेसिक वेतन को 2.57 से गुणा किया जाता है.
उदाहरण के लिए किसी का बेसिक वेतन 24000 रुपये है तो उसकी सैलरी 2.57 से गुणा करने के बाद 61,680 रुपये होगी. इसके बाद इसमें डीए और अन्य भत्तों को जोड़ा जाता है. इसके बाद इसमें महंगाई भत्ता, मेडिकल भत्ता आदि जुड़ता है. 24000 के बेसिक वेतन पर अगर पहले 17 फीसदी के हिसाब से यदि 4,080 रुपये का डीए मिल रहा था, तो अब 28 फीसदी के हिसाब से 6,720 रुपये डीए के तौर पर मिलेंगे. यानी वेतन में लगभग 2640 रुपये की बढ़त होगी.
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