कुछ लोग जमीन लेकर घर बनवाते हैं जबकि कुछ तैयार फ्लैट्स या घर खरीदते है. अगर आपका भी ऐसा कोई प्लान हैं और आपको लोन लेना है तो यह तय कर लें कि आपको घर खरीदने के लिए लोन लेना है या फिर जमीन लेकर घर बनाने के लिए. यह ध्यान रखें की होम लोन और लैंड लोन अलग-अलग होते हैं. इन दोनों के अंतर के बारे में जानना जरूरी है.
- भारत में रहने वाला हर व्यक्ति होम लोन और लैंड लोन ले सकता है.
- अनिवासी भारतीयों को होम लोन मिल सकता है लेकिन लैंड लोन उन्हें नहीं मिल सकता.
- लैंड लोन केवल भारत में रहने वाले निवासी ही ले सकते हैं.
टैक्स डिडक्शन क्लेम
- होम लोन के मूलधन के रिपेमेंट पर आयकर कानून के सेक्शन 80सी और ब्याज के रिपेमेंट पर सेक्शन 24बी के तहत टैक्स डिडक्शन क्लेम किया जा सकता है.
- लैंड लोन पर ऐसा कोई टैक्स बेनिफिट उपलब्ध नहीं है.
किस तरह की प्रॉपर्टी मिल सकती हैं
- होम लोन लेंडिंग रूल्स फ्लेक्सिबल हैं.
- लैंड लोन कुछ खास प्रकार की जमीन के लिए ही मिलता है.
- कर्जदाता आमतौर पर डेवलपमेंट अथॉरिटीज द्वारा आवंटित जमीनों पर फंड देना पसंद करते हैं.
जमीन के इस्तेमाल का स्टेटस
- लैंड लोन मिलने में जमीन के इस्तेमाल का स्टेटस अहमियत रखता है.
- कर्जदाता आवासीय भूमि के लिए लोन देना पसंद करते हैं.
- कृषि या व्यावसायिक भूमि खरीदने के लिए लैंड लोन नहीं मिलता.
- कुछ विशेष लोन का इस्तेमाल कृषि भूमि खरीदने के लिए किया जा सकता है लेकिन ये लोन आसानी से नहीं मिल पाते.
- सीमांत किसानों या भूमिहीन मजदूरों जैसे विशिष्ट बॉरोअर्स के लिए ही ये लोन होते हैं.
- नगर निगम क्षेत्र के बाहर की संपत्ति के लिए भी होम लोन लिया जा सकता है.
- लैंड लोन गांव या औद्योगिक क्षेत्र में स्थित जमीन पर आमतौर पर नहीं मिलता. यह निगम या नगरपालिका सीमा के भीतर स्थित होनी चाहिए और जमीन का भी स्पष्ट सीमांकन होना चाहिए.
अधिकतम कितना लैंड लोन मिल सकता है
- होम लोन के मामले में संपत्ति के मूल्य का 90% तक लोन मिल सकता है.
- लैंड लोन के लिए ऋण राशि कम होती है. जहां केवल भूमि खरीद के लिए फंडिंग होनी है वहां संपत्ति की लागत का 70%-75% तक लोन सकता है
- लोन आवेदक अगर भूमि खरीद और कंस्ट्रक्शन लोन प्राप्त करता है, तो अधिक लोन मिलता है.
- आवेदक डाउनपेमेंट के लिए कम से कम कम 30% या अधिक राशि की व्यवस्था करें तो बेहतर रहेगा.
ब्याज दर
- होम लोन में ब्याज दर काफी कम रहती है.
- लैंड लोन उच्च दर पर मिलता है.
- लैंड लोन पर ब्याज दर, होम लोन की तुलना में 50%-1% अधिक होती है.
कब तक चुकाया जा सकता है कर्ज
- होम लोन के मामले में कर्ज चुकाने के लिए मिलने वाली अवधि 30 वर्षों तक जा सकती है.
- लैंड लोन में कर्ज चुकाने की अधिकतम अवधि 15 वर्ष हो सकती है.
ये भी पढ़ें- पेटीएम लाएगी सबसे बड़ा आईपीओ, 16600 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य
One Comment
Comments are closed.