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गुरुकुल कॉलेज में बैंचमार्किंग एक्सेलेंस इन रिसर्च एण्ड इनोवेशन पर संगोष्ठी का आयोजन

रायपुर। भातखण्डे ललित कला शिक्षा समिति द्वारा संचालित गुरुकुल महिला महाविद्यालय कालीबाड़ी रोड रायपुर द्वारा आयोजित 02 दिवसीय नैक स्पॉन्सर्ड राष्ट्रीय संगोष्ठी बैंचमार्किंग एक्सेलेंस इन रिसर्च एण्ड इनोवेशन के द्वितीय दिवस के प्रथम सत्र में डॉ. अमिताभ बैंनर्जी, प्राचार्य, शास. जे. योगानंदम् छत्तीसगढ़ महाविद्यालय सत्र की अध्यक्षता किया एवं इन्होने अपने व्याख्यान में ’’एजुकेशनल रिसर्च (एंश्योरिंग क्वालिटी एण्ड रिसर्च)’’ पर जानकारी प्रदान कीं। जिसमें उन्होंने रिसर्च एथिक्स, प्लानिंग, लैक्चर रिव्यु को महत्वपूर्ण बताया जिसमें विद्यार्थी ग्राफिकल प्रस्तुतिकरण पर ज्यादा ध्यान दे, सैद्धांतिक प्रस्तुतिकरण के स्थान पर।

डॉ. गोवर्धन भट्ट, प्रोफेसर, नेशनल इस्टीट्युट ऑफ टेक्नोलॉजी, रायपुर उपस्थित थे। इनका विषय ’’सांइस फॉर ऑल – सांइटिफिक रिसर्च एण्ड अलाईड सब्जेक्ट’’ पर इन्होने अपने व्याख्यान में शोध क्या है, शोध सत्य है या मिथ्य है, शोध की प्रकृति, परिकल्पना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जब भी आप कोई काम करे, पुरी शिद्दत से करे, किसी के कहने पर ना करे।

इस सत्र में डॉ. शैलेन्द्र कुमार भारल, प्रोफेसर, वाणिज्य अध्ययन शाला विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन (म.प्र.) ने उनके व्याख्यान का विषय ’’उच्च शिक्षा में सृजनात्मकता-चुनौतियॉ एवं सरलीकरण घटक’’ रहा। विषय के बारे में बताने से पहले उन्होनंे बेंचमार्किंग के फायदे बताये। बेंचमार्किंग, हमारे गोल को सेट करता है और नई सोच बनाता है साथ ही शोध का अर्थ, आवश्यकताएॅ एवं नवाचारों के प्रकार और उद्गम के बारे में जानकारी दी। इन्होने उच्च शिक्षा में सृजनात्मकता, विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास, नैतिकता व आदर्श की स्थापना, सभ्यता एवं संस्कृति का संरक्षण एवं विभिन्न कलाओं का प्रशिक्षण देकर किया जा सकता है।

महाविद्यालय के अध्यक्ष श्री अजय तिवारी, समिति सचिव श्रीमती शोभा खण्डेलवाल, प्राचार्य डॉ. संध्या गुप्ता, महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक इस सेमीनार में उपस्थित थे। इस सेमीनार के ऑर्गेनाइसिंग सेक्रेटरी डॉ. राजेश अग्रवाल एवं कंवेनर डॉ. अदिति जोशी है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सिमरन वर्मा द्वारा किया गया।

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