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जल-जीवन मिशन: कार्यों और निविदा में अनियमितता बरतने वाला फर्म हुआ ब्लैक लिस्ट

० फर्जी एवं कूटरचित अनुभव प्रमाण पत्र देने का मामला

रायपुर।लोक स्वास्थ्य एंव यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार के निर्देश पर जल जीवन मिशन के कार्यों और निविदाओं में किए जाने वाले अनियमितता पर कठोर कार्यवाही करते हुए एक फर्म को दो वर्षों के लिए ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है।

गौरतलब है कि माह अप्रैल 2023 में मल्टी विलेज योजनाओं के लिए आमंत्रित निविदाओं में 26 फर्मों के साथ सांठ-गांठ करके ज्वाईंट वेंचर देकर निविदाओं को प्रभावित करने के कारण भंडारा, महाराष्ट्र की फर्म मेसर्स के. के. नायर एंड कंपनी को मिशन संचालक द्वारा जल जीवन मिशन से संबंधित समस्त कार्यों हेतु 02 वर्ष के लिये ब्लैक लिस्ट किया गया है।

जल जीवन मिशन के संचालक श्री आलोक कटियार ने बताया कि मिशन के अंतर्गत राज्य के 50.09 लाख ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। जिसके अंतर्गत 70 मल्टी विलेज योजना की निविदायें आमंत्रित की गई थी। उन्होंने बताया कि इन निविदाओं की पात्रता निर्धारण के दस्तावेज में पाया गया कि ठेकेदार मेसर्स के.के. नायर एण्ड कंपनी, ए-श्रेणी ठेकेदार के द्वारा जल जीवन मिशन की मल्टी विलेज योजनाओं की 9 निविदाओं में ज्वाईन्ट वेंचर के रूप में 3 ठेकेदारों को अनुभव प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया गया जिससे तीनों निविदाकार पात्र हुए थे।

इस प्रकार मेसर्स के. के. नायर एंड कंपनी के द्वारा तीनों ठेकेदारों को 9 निविदाओं में पात्र कराये जाने की मंशा से वैध अनुभव प्रमाण पत्र दिये गये थे। इसी क्रम में मेसर्स के. के. नायर एंड कंपनी के द्वारा 5 ठेकेदारों को जल जीवन मिशन की मल्टी विलेज योजनाओं की 17 निविदाओं में ज्वाईंट वेंचर के रूप में अपूर्ण एवं अवैध अनुभव प्रमाण पत्र उपलब्ध कराए जाने से पाँचों ठेकेदार 17 निविदाओं के लिए अपात्र हो गये।

मिशन संचालक ने बताया कि स्टैंडर्ड बिड डॉक्यूमेंट की कंडिका-6 में ज्वाईंट वेंचर के सेकेण्ड पार्टनर का दायित्व मेसर्स के. के. नायर एवं कंपनी के द्वारा निर्वहन किया जाना है। इस संबंध में यह भी उल्लेखनीय है कि उक्त फर्म द्वारा इस प्रकार 26 निविदाओं में ज्वाईंट वेंचर के रूप में अनुभव प्रमाण पत्र बांटने के बाद सेकेण्ड पार्टनर के रूप में दायित्व निर्वहन फर्जी प्रतीत होता है। यदि उक्त सभी 26 निविदाओं में सभी ठेकेदार न्यूनतम दर वाले हो जाते तो मेसर्स के. के. नायर एंड कंपनी की भूमिका सेकेण्ड पार्टनर के रूप में संदिग्ध रहती और मेसर्स के. के. नायर एंड कंपनी के पास 26 निविदाओं में ज्वाईंट वेंचर में उल्लेखित कार्य को एक साथ क्रियान्वित करने के लिए मानव संसाधन की उपलब्धता भी संदिग्ध होगी। इस प्रकार उक्त ठेकेदार द्वारा ज्वाईंट वेंचर बांटने का कार्य विशुद्ध रूप से केवल व्यवसायिक प्रयोजन के लिये किया गया है। जिसके फलस्वरूप मिशन कार्यालय द्वारा उक्त फर्म को नोटिस जारी किया गया। नोटिस के जवाब में मेसर्स के. के. नायर एण्ड कंपनी के द्वारा प्राप्त स्पष्टीकरण समाधानकारक नहीं पाया गया। इनके इस कृत्य से छत्तीसगढ़ जल जीवन मिशन की मल्टी विलेज योजना के कार्य प्रभावित होंगे। जल जीवन मिशन अंतर्गत ग्रामीण परिवारों को पेयजल उपलब्ध कराने में बाधा उत्पन्न करने, ठेकेदारों को छल पूर्वक अवैध अनुभव प्रमाण पत्र बांटने का सुनियोजित तरीके से षडयंत्र किया जाना स्थापित होता है।

गौरतलब है कि वर्तमान में जल जीवन मिशन के लिये आमंत्रित मल्टी विलेज योजना की निविदाओं में पुनः मेसर्स के. के. नायर एंड कंपनी के द्वारा ज्वाईंट वेंचर दिये जाने की स्थिति निर्मित होने की पूर्ण आशंका है। अतः इन परिस्थितियों में यदि मल्टी विलेज योजना की निविदाओं में इनके ज्वाइंट वेंचर को लेकर कोई निविदाकार निविदा में भाग लेते हैं तो उनके अपात्र होने की पूर्ण सम्भावना निर्मित हो जाती है जिससे निविदा में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा नहीं होने की सम्भावना है।

मिशन संचालक ने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यों में गुणवत्ता एवं निविदाओं में गड़बड़ी को लेकर कोई समझौता नहीं किया जायेगा ऐसे प्रकरणों में सम्बंधित ठेकेदारों के विरूद्ध लगातार कठोर कार्यवाही की जा रही है। उल्लेखनीय है कि पूर्व में मल्टी विलेज योजना की 12 निविदाओं में 08 फर्मों को फर्जी एवं कूटरचित अनुभव प्रमाण पत्र देकर ज्वाईंट वेंचर करने के कारण मेसर्स बंसल इन्फ्रास्ट्रक्चर रायपुर को ब्लैक लिस्टेड किया गया था।

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