नई दिल्ली(एजेंसी): एसबीआई अपने सीनियर अफसरों को परफॉरमेंस की कसौटी पर पर कसने की तैयारी कर रहा है. बैंक अपने सीनियर अफसरों का कार्यकाल बढ़ाने के लिए बैंक इवॉल्यूशन मैट्रिक्स की मदद लेगा. यानी उनके कामकाज की समीक्षा के पैमाने बनेंगे. इसके आधार पर ही आगे उनकी सेवाओं को विस्तार मिलेगा. इसके साथ ही बैंक मौजूदा कर्मचारियों के लिए वीआरएस स्कीम भी लेकर आ रहा है. बैंक वीआरएस पर सरकार से बातचीत के बाद कोई नियम तय करेगा. लेकिन इस बीच एसबीआई कर्मचारी यूनियन ने इसका कड़ा विरोध किया है.
एसबीआई ने कहा है कि अफसरों को सेवा विस्तार देने में उनकी परफॉरमेंस का आकलन करने के लिए प्रभावी और निष्पक्ष पैमाना तैयार किया जाएगा. अफसरों को सेवा विस्तार देने में पहले स्टेज का मूल्यांकन उनकी 30 साल की सर्विस या 55 साल की उम्र तक सेवा जैसे पैमाने बनाए जा सकते हैं. इनमें से जो भी पहले आएगा उसके आधार पर 58 साल की उम्र तक सेवा विस्तार दिया जाएगा. एसबीआई के देश भर में ढाई लाख कर्मचारी हैं.
मूल्यांकन का दूसरा चरण 58 साल के बाद होगा, इसके आधार पर तय होगा कि कर्मचारी के 60 साल की उम्र तक सेवा विस्तार दिया जाए या नहीं. इस वक्त कोई अफसर 50 साल की उम्र या 25 साल की नौकरी पूरी करने के बाद रिटायरमेंट ले सकता है. इसके लिए उसे तीन महीने का नोटिस या इतने महीने का वेतन देना होगा. 20 साल की सर्विस के बाद भी स्वैच्छिक रिटायरमेंट लिया जा सकता है.