० गौठानों में पशुओं को भेजने के साथ गांव में आवारा पशुओं की रोकथाम का दिखने लगा असर
जांजगीर चांपा। जिला प्रशासन की गौवंश की सुरक्षा को लेकर की जा रही पहल का असर गांवों में दिखने लगा है। सड़कों पर विचरण करने वाले आवारा एवं घुमंतू पशुओं को सुरक्षा के इंतजाम करने के लिए उनके गले में रेडियम बेल्ट (पट्टी) पहनाई जा रही है, ताकि रात में वाहन चालकों को यह मवेशी आसानी से नजर आ सकें। इससे पशुओं के साथ वाहन चालकों को सड़क दुर्घटनाओं से बचाव हो सकेगा। इसके साथ ही पशुओं को सुराजी गांव योजना के तहत बनाई गई गौठानों में भेजने के इंतजाम किये गये है और अस्थाई पशु आश्रय बनाकर भी सुरक्षित रखा जा रहा है।
जिला कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशन एवं जिला पंचायत सीईओ डॉ ज्योति पटेल के मार्गदर्शन में गांव-गांव में रोका-छेका का अभियान सतत रूप से चलाया जा रहा है। इसी तारतम्य में अकलतरा, बलौदा, नवागढ़, बम्हनीडीह और पामगढ़ जनपद पंचायत के ग्राम पंचायतों ग्रामीणों, पशुपालकों, किसानों के साथ बैठकें आयोजित की जा रही हैं। पशुओं को दुर्घटना से बचाने के लिए मुख्य मार्गों पर विचरण करने वाले पशुओं को रेडियम बेल्ट लगाये जा रहे है। रेडियम बेल्ट लगाने का काम ग्राम पंचायत स्तरीय अमले के साथ ग्रामीण, किसानों एवं पशुपालकों के सहयोग किया जा रहा है। जिससे तेज गति से कार्य हो रहा है। इसके बाद भी अगर कहीं पर आवारा पशु विचरण करते हुए पाए जा रहे हैं तो जुर्माने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं।
रोका-छेका अभियान को सार्थक बनाने लिया संकल्प
रोका छेका अभियान को सार्थक बनाने के लिए ग्रामीणों किसानों, पशुपालकों ने बैठक करते हुए मवेशियों से खरीफ फसल को सुरिक्षत बचाने, वाहनों की दुर्घटनाओं से पशुओं एवं नागरिकों को बचाने के साथ ही अपने घरों के पशुओं को गौठान में पहुंचाने, रात में अपने घरों में बांधने एवं आवारा मवेशियों को आश्रय देने का संकल्प लिया। जनपद पंचायत अकलतरा ग्राम पंचायत खिसोरा, रसेड़ा बरपाली, अर्जुनी, पकरिया झूलन, परसाही, अमोरा, सोनादुला, बम्हनीन, किरारी, भैंसतरा, नरियरा, जनपद पंचायत बलौदा ग्राम पंचायत जर्वे च, पहरिया, डोंगरी, करमंदा, औराईखुर्द, जनपद पंचायत पामगढ़, जनपद पंचायत बम्हनीडीह, जनपद पंचायत नवागढ़ की ग्राम पंचायत पेंड्री ज के ग्रामीण अभियान को सफल बनाने में सहभागिता निभा रहे हैं।