माना जाता है मुसीबत के समय जो मदद करता है , वह ईश्वर सामान होता है। आज पूरे छत्तीसगढ़, खासकर रायपुर में कोरोना संक्रमित कई तरह की मुसीबत झेल रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में पीड़ितों को बेड नहीं मिल रहे हैं, सरकारी कोविड सेंटर में भी जगह नहीं मिल रही है, वहीँ निजी और बड़े अस्पतालों में जाते हैं, तो भरी-भरकम बिल के जाल में फंस जा रहे हैं। क्या आम हो या ख़ास हो, सभी को कोरोनाकाल में समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है, ऐसे समय में रायपुर का अग्रवाल समाज कोरोना संक्रमितों को राहत देने का बीड़ा उठाया है।
रायपुर अग्रवाल समाज ने अग्रसेन धाम रायपुर में कोरोना संक्रमितों के लिए निशुल्क कोविड सेंटर बनाया है। इस सेंटर में ए सिम्टोमेटिक मरीजों की भर्ती शुरू हो गई है। अग्रवाल समाज के इस कोविड सेंटर में 200 बेड हैं , जिनमें 40 बेड आक्सीजन सुविधा वाले हैं। रायपुर अग्रवाल समाज के अध्यक्ष नवल अग्रवाल ने बताया कि कोविड सेंटर में आईसीएमआर के गाइड लाइन का पूरी तरह पालन किया जा रहा है। यहाँ कोविड सेंटर में अग्रवाल समाज के डॉक्टर निशुल्क सेवा देंगे। इनके अलावा समाज की तरफ से 6 -7 डॉक्टर रखे गए हैं। मरीजों की देखभाल के लिए नर्स और दूसरे स्टाफ की भी नियुक्ति की गई है, जो 24 घंटे मरीजों की देखभाल करेंगे। इस कोविड सेंटर का प्रभारी डॉ. कमलेश्वर अग्रवाल को बनाया गया है। कोविड सेंटर के संचालन के लिए उनके साथ कई और डॉक्टरों को जोड़ा गया है। सभी विशेषज्ञ डॉक्टर हैं।
इस कोविड सेंटर में पीड़ितों को निशुल्क इलाज के साथ ऑक्सीजन ,भोजन और दवाइयां भी मुफ्त में दी जायेगीं। इसमें जो भी खर्च होगा, उसे समाज वहन करेगा। श्री अग्रवाल ने बताया कि पूरे देश में यह पहला कोविड सेंटर है , जिसमें किसी भी चीज के लिए पीड़ितों से पैसा नहीं लिया जायेगा और आईसीएमआर के गाइडलाइन का पूरी तरह ध्यान रखा गया है। कोविड सेंटर में कोई मरीज गंभीर होने पर सरकारी अस्पताल आंबेडकर या एम्स में भेजने की व्यवस्था भी की गई है। कोविड सेंटर में ए सिम्टोमेटिक मरीजों को प्राथमिकता दी जाएगी, उनके पास करोना पाजिटिव की टेस्ट रिपोर्ट होनी चाहिए। सेंटर में भर्ती के लिए आधार कार्ड की कापी दिखानी होगी। अग्रवाल समाज ने सेवा परमोधर्मः के सिद्धांत पर महामारी काल में आगे आया है। यह सेंटर सफल होने पर रायपुर और राज्य के अन्य हिस्सों में विस्तार किया जायेगा।