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राजधानी में राष्ट्रीय प्रार्थना महोत्सव की हुई शुरुआत, मास प्रेयर भी हुई

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मंगलवार को राष्ट्रीय प्रार्थना महोत्सव की शुरूआत हुई। इसके पूर्व सोमवार को कैंडल प्रेयर वॉक चर्च ऑफ नार्थ इंडिया के मॉडरेटर द मोस्ट बी. के. नायक की अगुवाई में हुआ। उन्होंने बिशपों तथा देशभर से आए प्रार्थना योद्धाओं के साथ सेंट पॉल्स कैथेड्रल परिसर की परिक्रमा कर दुआ मांगी। डायसिस के बिशप एसके नंदा व सचिव नितिन लारेंस व अन्य पदाधिकारी भी शामिल हुए।
तत्पश्चात मॉडरेटर का संदेश हुआ। उन्होंने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर रायपुर को बेहद खूबसूरत बताते हुए यह प्रेयर फेस्टिवल के आयोजन को सुअवसर बताया। मास प्रेयर भी की गई।

इस मौके पर मॉडरेटर ने अपने प्रवचन में प्रार्थना की व्याख्या की। उन्होंने कहा कि प्रार्थना में बड़ी शक्ति है। उन्होंने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में युवाओं के शिक्षित होने के बावजूद बेरोजगार होने पर चिंता जताई।उन्होंने विश्व में अशांति वह युद्ध को लेकर भी चिंता जताते हुए कहा कि शांति स्थापना के लिए हम सबको मिलकर प्रयास करना है। उन्होंने बाइबल से उल्लेख करते हुए प्रभु यीशु मसीह, डेनियल, मूसा समेत कई प्रभुजनों के उपवास और प्रार्थना का जिक्र किया। उन्होंने विश्व की महान हस्तियों मार्टिन लूथर, चार्ल्स वेसली आदि का उद्धरण देते हुए कहा कि वे फास्टिंग प्रेयर किया करते थे। उन्होंने कहा कि प्रार्थना का हमारी जिंदगी में विशेष स्थान है। प्रार्थना हमको ट्रांसफार्म करती है। हमारी ह्रदय को बदल देती है हर कठिन से कठिन समस्या का हल प्रार्थना से हो सकता है। भोपाल डायसिस के बिशप मनोज चरण ने वर्तमान में समाज के पतन पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस आयोजन से इस परिदृश्य को बदलने में मदद मिलेगी पुणे डायसिस के बिशप एंड्रू बी. राठोर ने उपवास और प्रार्थना का महत्व बताया।

प्रवक्ता जॉन राजेश पॉल ने बताया कि महोत्सव सेंट पॉल्स कैथेड्रल में 19 अक्टूबर तक चलेगा। मंगलवार को प्रार्थना महोत्सव की शुरआत सेंट पॉल्स कैथेड्रल में सुबह 10 मॉडरेटर नायक ने की। प्रारंभ में क्वायर द्वारा मसीही भजनों का गायन किया। इसमें छत्तीसगढ़ी भजन भी शामिल थे। प्रारंभिक प्रार्थना के बाद जनरल कन्वीनर रेवरेंड पी टोप्पो ने वेलकम स्पीच दी। पवित्र धर्मशास्त्र का पाठ रेवरेंड एस अधिकारी रायगढ़ ने किया।

दोपहर 12 बजे के बाद प्रेज एंड वरशिप व बाइबल पठन हुआ। डिप्टी मॉडरेटर व नागपुर डायसिस के बिशप पॉल धुपारे का सर्मन होगा। आधे घंटे की मास प्रेयर के बाद विश्व शांति व विभिन्न मुद्दों पर प्रार्थना की गई। सेकेंड सेशन में अपरान्ह दो से चार बजे तक बाइबल पठन, स्तुतिगान के बाद सिनड के प्रोग्राम डारेक्टर रेवरेंड डॉक्टर डीजे अजीथ कुमार का प्रवचन हुआ। सेंट पॉल्स कैथेड्रल परिसर में लगाए गए तंबुओं में विभिन्न विषयों पर प्रार्थना योद्धा प्रार्थना की। शाम 5 से 7 बजे तक के सेशन में भोपाल डायसिस के बिशप मनोज चरण का सर्मन और मानवजाति, युद्ध विराम, विश्व शांति, बीमारों, जनप्रतिनिधियों, बेरोजगारों, सदभाव, आसन्न चुनाव को लेकर प्रार्थनाएं हुई। इन डायसिस के बिशप और वहां के प्रमुख शामिल हुए आगरा के बिशप प्रेमप्रकाश हाबिल, अमृतसर के बिशप पीके सामंतराय, अंडमान -निकोबार के बिशप क्रस्टटोफर पॉल, बैरकपुर के बिशप सुब्रतो चक्रवर्ती, भोपाल के बिशप मनोज चरण, मुंबई के बिशप शरद युवराज गायकवाड, कोलकाता के बिशप परितोष कैनिन, चंडीगढ़ के बिशप डेंजल प्युपल्स, छत्तीसगढ़ और कटक के बिशप एसके नंदा, छोटा नागपुर के बिशप बी.बी. बास्के, दिल्ली के बिशप डॉ. पॉल स्वरूप, दुर्गापुर के बिशप समीर आइजक खिमला, ईस्टर्न हिमालय के बिशप संदीप सुरेश विभुते, गुजरात के बिशप सिल्वानुस क्रिश्चियन, जबलपुर के बिशप अजय जेम्स, कोल्हापुर के बिशप कमीसरी सिल्बानुस श्रीनिवास चोपड़े, लखनऊ व पुणे के बिशप एंड्रयू बी. राठौर, मराठवाड़ा के बिशप एमयू कसाब, नार्थ -ईस्ट के बिशप माइकल हैरेंज, पटना के बिशप फ्रांसिस हांसदा, ओडिशा फुलबानी के बिशप (मॉडरेटर ) बीके नायक, राजस्थान के बिशप रैमसन विक्टर शामिल हुए। इसी तरह सिनड के डिप्टी मॉडरेटर पॉल बी. दुपारे, जनरल सेक्रेटरी व कोषाध्यक्ष सुब्रतो गोराई, यूसीएनआई के एमडी संजय सिंह, एसडब्लूएफसीएस की अध्यक्ष अर्चना सिंह भी विशेष रूप से शामिल हुए।

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