एक करोड़ रुपए के हार्डकोर इनामी माओवादी अक्की राजू की 14 अक्टूबर की सुबह 6 बजे किडनी फेल होने की वजह से मौत हो गई । अक्की राजू का छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर नक्सलियों ने अंतिम संस्कार किया। माओवादियों ने शनिवार को इसकी तस्वीरें जारी की हैं। माओवादियों ने बताया कि अंतिम संस्कार में भारी संख्या में संगठन के सदस्य मौजूद थे। जिन्होंने अपने कमांडर को अंतिम विदाई दी। पाल्मेडु-कोंडापल्ली इलाके में शुक्रवार की दोपहर 2 बजे अक्की की चिता जलाई गई।
15 अक्टूबर शुक्रवार को नक्सली प्रवक्ता अभय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मौत की पुष्टि भी की थी। अक्की नक्सलियों के शीर्ष नेतृत्व में से एक था। उसकी मौत से संगठन को बड़ा झटका लगा है। पिछले 2 सालों के अंदर अक्की के साथ नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी के 3 बड़े लीडर्स ने दम तोड़ा है, जिनमें 40 लाख रुपए का इनामी हार्डकोर माओवादी हरिभूषण और लगभग डेढ़ करोड़ रुपए का खूंखार नक्सली रमन्ना भी शामिल है।
इन बड़े नक्सलियों की भी हो चुकी है मौत
पिछले कुछ महीनों में नक्सलियों पर कोरोना का जबरदस्त कहर देखने को मिला है। कई बड़े नक्सली नेताओं की कोरोना से मौत हुई है। जिनमें 10 जून को हार्डकोर नक्सली कट्टी मोहन राव उर्फ दामू दादा, 22 जून को हार्डकोर महिला नक्सली भारतक्का की मौत हुई है। इसके अलावा देवे, रूपी, गंगा,सुदरु, मुन्नी, रीना सहित अन्य नक्सलियों की भी मौत हुई है।
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