दीपावली का त्यौहार सभी ने बड़ी धूमधाम से मनाया। मगर छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में एक परिवार में त्यौहार महत्तम में बदल गया।
पटाखा फोड़ने के दौरान बरती गई लापरवाही के क्या परिणाम होते है। यह बैकुंठपुर के नगर इलाके में सामने आया जहा पटाखा फोड़ने के दौरान हुए हादसे में जगतनाथ नामक पंद्रह साल के लड़के की मौत हो गई और दीवाली की खुशियां मातम में बदल गई।
दरअसल, नाबालिग लड़के ने बम फोड़ते समय उसे स्टील के गिलास में डाल दिया। उसके अगल-बगल ईंट रख दिए। इसके बाद उसके ऊपर से भी ईंट रख दिया। जिसके बाद वह फटा तो गिलास का टुकड़ा लड़के के सीने में घुसा गया और उसकी मौत हो गई है। मामला चरचा थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, बैकुंठपुर के नगर इलाके में जगत सिंह अपने किसी रिश्तेदार के यहां रहता था। उसकी 2 छोटी बहन भी दूसरे किसी रिश्तेदार के यहां रहती हैं। पिता कुछ काम नहीं करता था। इस वजह से वह इधर-उधर घूमता रहता है। मां की मौत हो चुकी है। जगत भी 10वीं तक पढ़ाई करने के बाद अपने रिश्तेदार के यहां रहता था।
जगत भाग न सका और फट गया बम
दिवाली की रात को जगत अपने दोस्तों के साथ दिवाली मना रहा था। रात के वक्त सभी पटाखे जला रहे थे। उसी दौरान जगत भी बड़ा ऊन बम (टॉप टाइगर) फोड़ने गया था। इस बीच उसने अपने दोस्तों से कहा कि वह इसे अलग तरीके से फोड़ेगा। इसके बाद उसने एक गिलास लाया और गिलास में बम को रखा दिया। साथ ही अगल-बगल ईंट रख दिए। फिर बम में आग लगाकर ऊपर से ईंट रखकर भाग ही रहा था कि इतने में बम फट गया। जगत भाग भी नहीं पाया था और गिलास का टुकड़े उसके सीने में घुस गया।
घटना के बाद जगत बेहोश होकर वहीं गिर गया। गिलास और ईंट के टुकड़े चारों तरफ फैल गए थे। तुरंत ही उसके दोस्त उसे पास के अस्पताल में ले जए। जहां के डॉक्टरों ने उसे रात में ही जिला अस्पताल रेफर किया था। मगर अधिक खून बह रहा था। जहा डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। डाक्टर के अनुसार संवेदनशील जगह पर गहरी चोट लगने और ज्यादा खून निकल जाने से मौत हुई। वही चरचा पुलिस ने शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। पुलिस ने मेटल के टुकड़ों को जप्त कर लिया है उसे पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। अस्पताल ले जाते ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
शरीर के अंदर मिले गिलास के टुकड़े
घटना की सूचना पुलिस को भी दी गई थी। शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। जिसमें शरीर के अंदर स्टील गिलास के टुकड़े मिले हैं। बाद में शव को परिजनों को सौंप दिया गया। जिसके बाद परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। पूरे घटनाक्रम की जगत के दोस्तों ने पुलिस को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है।
सावधानियां रखनी चाहिए
सोशल मीडिया पर कई तरह के प्रयोग पटाखों के साथ किए जाते है। इसलिए पटाखा फोड़ते इसकी कई सावधानियां रखनी चाहिए। वहीं सुतली बम को बड़ों की निगरानी में ही फोड़ा जाना चाहिए।पटाखे फोड़ते के दौरान सुतली बम या बड़े विस्फोटक पटाखों पर कोई भी वस्तु या डिब्बा कवर नहीं करना चाहिए। क्योंकि विस्फोट में ढके गए डिब्बे के टुकड़े होने पर यह जानलेवा भी साबित हो सकते हैं। आप सभी लोगों से अपील है कि जान जोखिम में डालकर पटाखे ना होने और इस तरह का प्रयोग ना करें।।
डाक्टर वशिक जिला अस्पताल का कहना है की
मैं इमरजेंसी ड्यूटी में मौजूद था। रात में एक 17 साल के बच्चे को लाया गया था जिस समय मैंने उसका चेकअप किया तो उसकी धड़कने नहीं चल रही थी। बच्चे को मृत घोषित कर दिया गया। परिवार के लोगों ने बताया बच्चा पटाखा फोड़ रहा था इसके बाद वह घायल हो गया।
अनिल साहू थाना प्रभारी चरचा कहना है की 15 वर्ष के जगन्नाथ नगर के रहने वाले हैं। जो अपने घर में पटाखे फोड़ रहे थे। जिसके बाद कांच का टुकड़ा इन के सीने पर आकर घुस गया। और अस्पताल ले जाते समय इनकी रास्ते में मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और पूरे मामले की भी जांच की जा रही है पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।