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वैक्सीन से नहीं मिली पूरी सुरक्षा तो अब ये दवा बनेगी ‘संजीवनी’, अमेरिका ने ‘एस्ट्राजेनेका’ की एंटीबॉडी दवा को दी मंजूरी

अमेरिका के संघीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं या एलर्जी से पीड़ित लोगों के लिए कोविड-19 के खिलाफ एंटीबॉडी क्षमता बनाने वाली एक दवा को मंजूरी दे दी है, यह दवा उन लोगों के लिए है जो गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं और जिन्हें कोरोना वैक्सीनेशन के बाद भी पर्याप्त सुरक्षा नहीं मिल पा रहा था.

कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए एंटीबॉडी निर्मित करना पिछले एक साल से इसका एक मानक उपचार रहा है. हालांकि, खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) द्वारा जिस ‘एस्ट्राजेनेका’ की एंटीबॉडी (प्रतिरोधक क्षमता बनाने वाली) दवा को बुधवार को मंजूरी दी गई है, वह अलग है. यह पहली ऐसी दवा है, जो संक्रमण के खिलाफ लंबे समय तक सुरक्षा प्रदान करेगी न कि केवल थोड़े समय के लिए.

गठिया जैसी बीमारियों से परेशान लोग इस दवा को ले सकते हैं

कैंसर रोगी, अंग ट्रांसप्लांट कराने वाले, गठिया जैसी बीमारियों से परेशान लोग इस दवा को ले सकते हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने अनुमान जताया है कि अमेरिका की आबादी का दो से तीन प्रतिशत हिस्सा इस दायरे में आता है. घोषणा से पहले मिनेसोटा विश्वविद्यालय के डॉ. डेविड बौलवेयर ने कहा, ‘‘ ये लोग अब भी बाहर नहीं निकल पा रहे हैं क्योंकि उनके संक्रमण की चपेट में आने या उससे मौत होने का खतरा इन्हें अधिक है.’’

दवा की मदद से लोगों को मिलेगी काफी मदद

उन्होंने कहा कि इस दवा से इनमें से कई लोग एक बार फिर अपनी सामान्य दिनचर्या में लौट पाएंगे. एफडीए ने ‘एस्ट्राजेनेका’ की जिस एंटीबॉडी दवा को मंजूरी दी है, उसका नाम ‘एवुशेल्ड’ है. यह दवा उन व्यस्क और 12 या उससे अधिक आयु के बच्चों के लिए है, जिनके कोविड-19 रोधी टीके लेने के बाद भी उनके शरीर में पर्याप्त एंटीबॉडी क्षमता नहीं बन पाई है, या जिन्हें टीके लेने से गंभीर एलर्जी हो जाती है.

 

 

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