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रवि प्रदोष व्रत आज : सूर्य अर्घ्य से भाग्य होगा प्रबल, जानें मुहूर्त, अशुभ समय, राहुकाल

मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि, विशाखा नक्षत्र, अतिगंड योग, गर करण, रविवार दिन और पश्चिम का दिशाशूल है. दिसंबर का पहला प्रदोष व्रत 10 दिसंबर को है. यह रवि प्रदोष व्रत है. जो लोग रवि प्रदोष व्रत रखकर शिव जी की विधि विधान से पूजा करते हैं, वे दीर्घायु होते हैं और उनकी सेहत ठीक रहती है. प्रदोष व्रत की पूजा शाम के समय में ही करते हैं. सूर्यास्त के बाद से प्रदोष काल शुरू होता है. पूजा के दौरान शिव जी को गंगाजल और बेलपत्र जरूरत अर्पित करते हैं. इस दौरान रवि प्रदोष व्रत की कथा पढ़नी चाहिए.

0 रविवार के दिन सूर्य देव की पूजा करते हैं. सूर्य देव को जल से अर्घ्य देते समय उसमें लाल फूल और लाल चंदन जरूर डाल लेना चाहिए.

0 सूर्य की पूजा करने से आपके धन-धान्य में वृद्धि होती है, भाग्य बढ़ता है, करियर में उन्नति होती है, पिता के साथ संबंध मजबूत होते हैं और उनका सहयोग प्राप्त होता है

0 . जो लोग रविवार का व्रत रखते हैं, वे नमक का सेवन न करें. पारण के समय मीठा भोजन करें.

0 कुंडली में सूर्य की​ स्थिति कमजोर है या सूर्य दोष है तो आप रविवार को सूर्य चालीसा का पाठ और सूर्य मंत्र का जाप करें.

0 आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने से सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है. रविवार को गेहूं, गुड़, तांबा, सोना, लाल कपड़ा आदि का दान करने से सूर्य मजबूत होता है.

जानते हैं शुभ मुहूर्त, अशुभ समय, राहुकाल, दिशाशूल, सूर्योदय, चंद्रोदय आदि.

10 दिसंबर 2023 का पंचांग
आज की तिथि- मार्गशीर्ष कृष्ण त्रयोदशी
आज नक्षत्र – विशाखा
आज का करण – गर
आज का पक्ष – कृष्ण पक्ष
आज का योग- अतिगंड, रात 10:23:51 पीएम तक
आज का दिन- रविवार
चंद्र राशि – तुला
ऋतु – हेमंत

 

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