Close

काशी विद्वत परिषद ने दी सलाह,अयोध्या में नवरत्नों के सुमेरू पर्वत पर विराजमान होंगे रामलला

नेशनल न्यूज़। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की अयोध्या में जोर शोर से तैयारी चल रही है। इसी बीच काशी विद्वत परिषद ने रामलला के सिंहासन के रूप में नवरत्नों का प्रस्ताव राममंदिर ट्रस्ट को दिया है। राममंदिर के गर्भगृह में नवरत्नों से निर्मित सुमेरू पर्वत पर रामलला को विराजमान कराया जाएगा। सुमेरू पर्वत का निर्माण हीरा, पन्ना और माणिक्य जैसे बहुमूल्य रत्नों से होगा।

भगवान राम के मंदिर और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समारोह को भव्य बनाने के लिए हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। कर्मकांड से लेकर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भी वैदिक तरीके से मृगशिरा नक्षत्र में कराया जाएगा। रामलला की पहली आरती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उतारेंगे।

काशी के देवी-देवताओं को भी निमंत्रण : समारोह में बाबा विश्वनाथ समेत काशी के समस्त देवी-देवता शामिल होंगे। काशी विद्वत परिषद की ओर से काशी के समस्त देवताओं को आमंत्रण पत्र देने की तैयारियां की जा रही हैं। इसमें नौ गौरी, नौ दुर्गा, 56 विनायक, अष्ट भैरव, द्वादश आदित्य, संकटमोचन सहित योगिनियों को भी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण पत्र भेजा जाएगा।

20 से 22 जनवरी तक श्रद्धालु नहीं कर सकेंगे दर्शन
श्रीराममंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक शनिवार को शुरू हुई। पहले दिन रामजन्मभूमि परिसर में मंदिर समेत निर्माणाधीन दस परियोजनाओं की समीक्षा की गई। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने मंदिर निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। ट्रस्ट की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक 20 से 22 जनवरी तक श्रद्धालु रामलला के दर्शन नहीं कर पाएंगे। प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान व वीआईपी मूवमेंट के चलते तीन दिन दर्शन पर रोक लगाने की तैयारी हो रही है।

scroll to top