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आज गुरुवार : विधि-विधान से करें भगवान विष्णु की पूजा, गुरु पुष्य का योग नए कामों में दिलाएगी सफलता

पौष माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि, पुनर्वसु नक्षत्र, इंद्र योग, तैतिल करण, गुरुवार दिन और दक्षिण दिशाशूल है. 28 दिसंबर को रात्रि के समय गुरु पुष्य योग बन रहा है, जो अगले दिन सुबह 07:13 एएम तक रहेगा. पुष्य नक्षत्र जब गुरुवार के दिन होता है तो उस दिन गुरु पुष्य योग बनता है. गुरु पुष्य योग में सोना खरीदना शुभ होता है. इस दिन आप नए काम का शुभारंभ कर सकते हैं. इस योग में कार्य करने से सफलता प्राप्त होने की प्रबल संभावना होती है. बिजनेस की दृष्टि से भी गुरु पुष्य योग बहुत ही महत्वपूर्ण होता है. वहीं पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बना है.

० गुरुवार को देव गुरु बृहस्पति और भगवान विष्णु की पूजा का विधान है. इनकी पूजा में पीले फूल, अक्षत्, हल्दी, गुड़, चने की दाल, पान का पत्ता, बेसन के लड्डू आदि का उपयोग किया जाता है.
० भगवान विष्णु की पूजा में तुलसी के पत्ते और पंचामृत अवश्य चढ़ाते हैं. इसके बिना श्रीहरि की पूजा अपूर्ण होती है.
० तुलसी श्रीहरि को प्रिय हैं, इसलिए उनकी पूजा में उसका विशेष स्थान है. गुरुवार के दिन विष्णु चालीसा, विष्णु सहस्रनाम, गुरुवार व्रत कथा आदि का पाठ करना चाहिए. पूजा के बाद भगवान विष्णु की आरती करें.

० बृहस्पतिवार के दिन गुरु और विष्णु जी की पूजा करने से कुंडली का गुरु दोष दूर होता है. गुरु दोष से मुक्ति के लिए पीले वस्त्र, केला, हल्दी, सोना, पीतल, विष्णु चालीसा, घी, पुस्तक, पीले फल आदि का दान करना चाहिए. गुरु के कमजोर होने से अच्छी शिक्षा प्राप्त नहीं होती है.

कार्य से यश नहीं मिलता है. तरक्की रूक जाती है. गुरु के बीज मंत्र का 76 हजार बार जाप करने से ग्रह दोष दूर होता है. पंचांग से जानते हैं गुरु पुष्य योग, सूर्योदय, चंद्रोदय, शुभ मुहूर्त, राहुकाल, दिशाशूल, अशुभ समय आदि.

28 दिसंबर 2023 का पंचांग
आज की तिथि- पौष कृष्ण द्वितीया
आज नक्षत्र – पुनर्वसु
आज का करण – तैतिल
आज का पक्ष – कृष्ण पक्ष
आज का योग- इंद्र, मध्य रात्रि 02:10:50 एएम तक
आज का दिन- गुरुवार
चंद्र राशि – मिथुन
ऋतु – हेमंत

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