चेन्नईः साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत फिलहाल अपने स्वास्थ्य कारणों से राजनीति में पूरी तरह सक्रिय नहीं होंगे और आने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में हिस्सा नहीं लेंगे. बता दें कि दो दिन पहले ही वो अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर लौटे हैं. रजनीकांत ब्लड प्रेशर की परेशानी के चलते 25 दिसंबर को हैदराबाद के अपोलो अस्पताल में भर्ती हुए थे. दक्षिण के भगवान माने जाने वाले रजनीकांत ने कुछ दिन पहले ट्वीट कर बताया था कि 31 दिसंबर को वह अपनी राजनीतिक पार्टी का ऐलान करेंगे और फिर अगले साल जनवरी में इसे लॉन्च करेंगे लेकिन आज एक ट्वीट के जरिए उन्होंने इस बात को साफ कर दिया है कि वो आने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में हिस्सा नहीं लेंगे.
पिछले महीने रजनीकांत ने कहा था कि 2016 में अमेरिका में उनका गुर्दा प्रतिरोपण हो चुका है और कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर चिकित्सक राजनीति में उनके प्रवेश के खिलाफ हैं. रजनीकांत के राजनीति में आने की चर्चा काफी दिनों से थी. दरअसल, तमिलनाडु में अप्रैल-मई 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं.
बता दें कि रजनीकांत की पार्टी का नाम और पार्टी सिंबल सामने आ चुका है. रजनीकांत की पार्टी का नाम ऑल इंडिया मक्कल सेवई कटची (ऑल इंडिया पीपुल्स सर्विस पार्टी) है और पार्टी सिंबल ‘ऑटो’ दिया गया है. चुनाव के लिए रजनीकांत की पार्टी का नाम मक्कल सेवई कटची रखा गया था जिसका मतलब है जनता सेवा पार्टी.
25 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती होने से पहले के 10 दिनों से हैदराबाद में फिल्म की शूटिंग कर रहे थे. शूटिंग के सेट पर मौजूद दो लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जिसके बाद 22 दिसंबर को रजनीकांत ने भी अपना कोरोना टेस्ट कराया था. हालांकि उनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई और उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं पाए गए.
डिस्चार्ज किए जाने से पहले ही अपोलो अस्पताल की ओर से बताया गया था कि रजनीकांत की मेडिकल जांच रिपोर्ट में कुछ भी चिंताजनक नहीं है और ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव होने के संबंध में उनका इलाज चल रहा है. हालांकि रजनीकांत के फैंस जो बेसब्री से उनकी राजनीति में एंट्री का इंतजार कर रहे थे फिलहाल उन्हें कुछ और समय इंतजार करना होगा.