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मेरे घर के पते में छत्तीसगढ़ लिखा तो इसकी वजह अटल जी, छायाचित्र प्रदर्शनी के राइटिंग वाल में युवाओं ने दिया फीडबैक

० ऑक्सीरीडिंग जोन में लगाई गई है प्रदर्शनी

रायपुर।जनसंपर्क विभाग द्वारा नालंदा परिसर में लगाई गई प्रदर्शनी में राइटिंग वाल में लोग अपनी दिलचस्प प्रतिक्रियाएं लिख रहे हैं। आज एक आगंतुक युवक व्यास ने लिखा कि मेरे घर के पते में छत्तीसगढ़ लिखा तो इसकी वजह अटल जी हैं।

उल्लेखनीय है कि इस प्रदर्शनी में राजधानी रायपुर स्थित नालंदा परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की छत्तीसगढ़ से जुड़ी सुंदर स्मृतियों को संजोती हुई तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित होते छत्तीसगढ़ में केंद्र सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं को दर्शाया गया है। इसका यह चौथा दिन है।

प्रदर्शनी का आयोजन जनसंपर्क विभाग द्वारा किया जा रहा है। इसमें अटल जी के कार्यकाल की उल्लेखनीय उपलब्धियों तथा छत्तीसगढ़ से जुड़े उनके प्रवास के दुर्लभ छायाचित्रों को दिखाया गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के अनेक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट छत्तीसगढ़ में आरंभ हुए हैं जिनसे छत्तीसगढ़ विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदर्शनी में इनका अवलोकन भी किया जा सकता है। साथ ही प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा आरंभ की गई जनकल्याणकारी योजनाओं को भी प्रदर्शित किया गया है जिनका लाभ उठाकर छत्तीसगढ़ समृद्धि की ओर बढ़ रहा है। इसका शुभारंभ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोमवार को सुशासन दिवस के अवसर पर किया। प्रदर्शनी 31 दिसम्बर तक आम जनता के अवलोकन के लिए खुली रहेगी।

नालन्दा परिसर में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र- छात्राएं बड़ी संख्या में इस प्रदर्शनी का अवलोकन करने पहुँच रहे हैं। राइटिंग वॉल बोर्ड में बड़ी संख्या में अपनी प्रतिक्रिया भी लिख रहे हैं। शुभारंभ के मौके पर केबिनेट मंत्री  ओ पी चौधरी ने मोदी की गारंटी और सुशासन का संकल्प पंक्तियां लिखी हैं। रायपुर ग्रामीण के विधायक  मोतीलाल साहू ने अपनी प्रतिक्रिया में लिखा है कि राष्ट्र निर्माता अटल जी को नमन। किसी आगंतुक ने अटल के सपनों का छत्तीसगढ़, अपना खुशहाल छत्तीसगढ़ जैसी पंक्ति लिखी है तो किसी ने अटल जी की कविता को उद्धृत किया है। छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता, टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता।

आज गुरुवार को छायाचित्र प्रदर्शनी का अवलोकन करने आये अम्बिकापुर निवासी और संस्कृत कालेज में अध्ययनरत बालेश्वर पैंकरा जागेश्वर खैरवार एवं प्रमोद कुमार नागेश ने कहा कि यहां आकर अटल जी के अतीत को जानने और समझने का मौका मिला। रायपुर निवासी बी लक्ष्मण राव, कुमारी सुमन, कुमारी टेकेश्वरी एवं कुमारी रुपाली देवांगन ने कहा कि यह प्रदर्शनी खुले में ऑक्सी रीडिंग जोन में लगाई गई है जो स्वतः ही हम को आनन्दित कर रही है यह प्रदर्शनी शानदार लगी।

 

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