शेयर बाजार के हाई वैल्यूएशन और लगातार ऊंचाई की ओर बढ़ने से रिटेल निवेशकों का इक्विटी म्यूचुअल फंड की ओर रुझान फिर बढ़ने लगा है. रिटेल निवेशकों ने इसमें तेजी से खरीदारी शुरू कर दी है. इन निवेशकों ने एसटीपी के जरिये इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश बढ़ाना शुरू किया है. एसटीपी के जरिये एक निश्चित रकम डेट फंड से इक्विटी फंड या एसआईपी में ट्रांसफर की जाती है. म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए हर महीने एसआईपी के जरिये एक निश्चित रकम जमा की जाती है.
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया यानी AMFI के जरिये दिसंबर 2020 में एसआईपी कलेक्शन 8418 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. मार्च, 2020 के बाद का यह सर्वोच्च स्तर है. एसआईपी के लिए नए रजिस्ट्रेशन की संख्या भी बढ़ कर 14.22 लाख पर पहुंच चुका है.नवंबर, 2020 में यह संख्या 10.63 लाख थी. हालांकि इस अवधि में बंद या अवधि पूरी कर चुके एसआईपी की संख्या 7.24 लाख से बढ़ कर 7.76 लाख हो गई.
दरअसल देश में वैक्सीनेशन की तैयारियों और इसकी खेप के डिस्पैच होने से शेयर बाजार में कॉन्फिडेंस बढ़ गया है. शेयर बाजार में अच्छी बढ़त की वजह से इक्विटी म्यूचुअल फंड के रिटर्न में बढ़ोतरी हुई है. 23 मार्च 2020 के बाद निफ्टी में 90 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई है. इसका असर शेयरों की कीमतों पर बढ़ा है. शेयरों में बढ़ोतरी के बाद निवेशकों का रुझान एक बार फिर इक्विटी म्यूचुअल फंड की ओर बढ़ा है. वैक्सीनेशन की प्रक्रिया तेज होते ही शेयर बाजार में और रफ्तार आ सकती है और इसका असर इक्विटी फंड के निवेशकों पर जरूर दिखेगा.