नई दिल्ली: देश में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण की शुरुआत हो चुकी है. इस बीच कांग्रेस के सीनियर नेता मनीष तिवारी ने सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार के बड़े मंत्रियों ने टीका क्यों नहीं लगवाया. इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने पलटवार करते हुए कहा कि आंखें खोलकर वैक्सीन लगवाने वाले बड़े डॉक्टरों की तस्वीरें देखें.
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा, “हर मुल्क में जहां पर टीकाकरण शुरू हुआ, वहां के मुखिया ने सबसे पहले टीका लगवाया. ताकि देश को ये संदेश जाए कि ये टीका सुरक्षित है और ये आपकी हिफाजत करेगा. इंग्लैंड में बोरिस जॉनसन ने सबसे पहले टीका लगवाया. उनकी संवैधानिक हेड ने टीका लगवाया. बाकी मुल्कों में भी यही प्रक्रिया अपनाई गई है. तो एक बुनियादी सवाल ये उत्पन्न होता है कि अगर ये टीका इतना ही सुरक्षित है, इतना ही कारगर है तो अभी तक इस सरकार के कोई जिम्मेदार मंत्री सामने क्यों नहीं आए कि सबसे पहले मुझे टीका लगाओ. जिससे लोगों में ये संदेश जाए कि ये टीका पुरी तरह से सुरक्षित है.”
जब कांग्रेस ने सवाल खड़े किए तो सरकार ने इस पर जवाब दिया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, “किसी भी तरह के दुष्प्रचार, अफवाहों का या गलतफहमियां फैलाई जा रही हैं उसका किसी भी कीमत पर शिकार न हों.”
हर्षवर्धन ने कोविड-19 वैक्सीन को संक्रामक रोग के खिलाफ लड़ाई में संजीवनी करार दिया. साथ ही, उन्होंने लोगों से सुनी-सुनाई बातों पर ध्यान नहीं देने और विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों पर भरोसा करने को कहा. दिल्ली एम्स में हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘यह एक ऐतिहासिक दिन है. कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में हर वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मार्गदर्शन मिलता रहा. यह दुनिया में कोरोना वायरस टीकाकरण का सबसे बड़ा अभियान है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘बीते एक वर्ष के दौरान हम इस संक्रामक रोग के खिलाफ मजबूत लड़ाई लड़ने में सक्षम रहे हैं. सुनियोजित एवं बेहतर रणनीति के चलते (वायरस संक्रमण से निपटने में) भारत का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा. वायरस संक्रमण से होने वाली मृत्यु की दर हमारे देश में संभवत: दुनिया में सबसे कम है.’’
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा, “किसी भी तरह की भ्रांति न फैलाएं. उन्होंने इटली मेड चश्मा पहना हुआ है जरा इंडिया मेड चश्मा पहनकर इंडिया मेड वैक्सीन लगाएं तो देश का भला होगा.” वैक्सीन कब लगवाएंगे, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “मैं कुछ ही दिन पहले कोरोना से ठीक होकर आया हूं, जब मेरी बारी आएगी तो मैं भी टीका लगवाऊंगा.”