वर्क फ्रॉम होम अब न्यू नॉर्मल हो गया है .इसकी वजह से कंपनियों की लागत घट गई है. लेकिन इंटरनेट, पावर बैकअप, रूम हीटर, लेक्ट्रॉनिक एसेसरीज, एयरकंडीशनर जैसी चीजों पर एक्स्ट्रा खर्च करना पड़ रहा है. इससे उनकी लागत बढ़ गई है. ऐसे में वर्क फ्रॉम होम करने वाले कर्मचारियों के लिए टैक्स छूट की मांग की जा रही है.
कुछ कंपनियां कर्मचारियों को काम करने के लिए इंटरनेट, पावर बैकअप, फोन आदि की सुविधा मुहैया करा रही है लेकिन अधिकतर कंपनियों में कर्मचारियों को इस खर्चे को अपनी जेब से भरना पड़ रहा है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि सरकार को इस पहलू को ध्यान में रख कर कर्मचारियों को टैक्स छूट देना चाहिए. ऐसी उम्मीद है कि बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण घर से काम करने वाले कर्मचारियों को इनकम टैक्स में छूट देने का ऐलान करेंगीं.
एक्सपर्ट्स का मानना है कि वर्क फ्रॉम होम के दौरान कर्मचारी जो भी खर्च कर रह हैं, वह खर्च अमूमन एम्पॉलयर का होता है. उस खर्च को कर योग्य आय से घटाया जाना चाहिए. इससे कर्मचारियों का टैक्स बचेगा और उनके हाथ में ज्यादा पैसा आएगा. कर्मचारियों के हाथ में अगर ज्यादा पैसा रहेगा तो वे इसे खर्च करेंगे. इससे बाजार में मांग पैदा होगी और अर्थव्यवस्था में खपत में भी इजाफा होगा. यह इकनॉमी के लिए अच्छा है.
दफ्तर के बाहर से काम करने के कारण कर्मचारियों को अधिक खर्च उठाना पड़ रहा है, जो पहले कंपनी उठाती थी. कुछ कंपनियां इसके लिए कर्मचारियों को पैसा देती हैं. लेकिन यह भी टैक्स के दायरे में आता है. लिहाजा वर्क फ्रॉम होम करने वाले कर्मचारी इनकम टैक्स में छूट की उम्मीद कर रहे हैं.