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9 बच्चियों से दुष्कर्म और 8 की हत्या के बाद अब फांसी पर चढ़ेगा दरिंदा

 

नेशनल न्यूज़। यूपी में एक बार फिर दिल देहलाने वाला मामला सामने आया है, यहां मासूम बच्चियों की रेप के बाद हत्या करने के दोषी को सजा सुनाई गई। दरअसल, यूपी के महुआ में रहने वाले सुनील को 9 बच्चियों के साथ रेप करने के बाद उनकी हत्या करने के आरोप में फांसी की सजा सुनाई है। सेक्टर-65 थाने में 12 नवंबर 2018 को साढ़े 3 साल की बच्ची की हत्या व पॉक्सो एक्ट के केस में एडिशनल सेशन जज शशि चौहान की कोर्ट ने ये सजा दी है। कोर्ट ने दोषी पर 25 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया है। साथ ही बच्ची के परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने के भी कोर्ट ने आदेश दिए हैं।

सेक्टर-65 थाने में ये एफआईआर 12 नवंबर 2018 को हत्या व पॉक्सो एक्ट की धारा में दर्ज हुई थी। 11 नवंबर 2018 को सेक्टर-65 थाना एरिया में झुग्गियों में रहने वाले सुनील पास में खेल रही तीन बच्चियों के पास गया और उन्हें 10 रुपये का नोट दिखाकर अपने साथ दुकान पर चलने को कहने लगा। दो बच्चियां नहीं गईं लेकिन साढ़े 3 साल की एक बच्ची चली गई थी। जिसके बाद दोषी ने सेक्टर-66 एरिया में बच्ची को लेकर जाकर रेप के बाद उसकी हत्या कर दी। सुनील भी अपनी झुग्गी से फरार हो गया था।

12 नवंबर 2018 को बच्ची का शव सेक्टर-66 एरिया में पड़ा मिला था। बच्ची के माता-पिता वेस्ट बंगाल के मूल निवासी थे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया कि आरोपी ने मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी की थी। बच्ची को पटक-पटक कर उसने मार दिया था। सिर पर ईंट व पत्थर से भी वार किए गए थे। पुलिस की ओर से केस में सुनील पर 2 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। एसआईटी ने कार्रवाई करते हुए आरोपी सुनील को 19 नवंबर 2018 को अरेस्ट कर लिया था।

सिर्फ एक ही लड़की जिंदा छोड़ा
20 नवंबर 2018 को उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि उसने सिर्फ यही नहीं बल्कि 9 बच्चियों को इस तरह रेप के बाद मौत के घाट उतारा था। आरोपी ने सिर्फ एक ही लड़की को रेप के बाद जिंदा छोड़ा था। वह सिकंदरपुर के पास का मामला था। यह वारदात 15 जून 2013 को सिकंदरपुर के पास हुई थी। डीएलएफ इलाके में आयोजित भंडारे में गई 5 साल की बच्ची से रेप हुआ था।

सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन के पास मेट्रो पिलर संख्या 47-48 के बीच बच्ची लहूलुहान हालत में मिली थी। उसे बेहद नाजुक हालत में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया था। बच्ची के साथ बर्बरता से रेप किया गया था। डीएलएफ फेज-1 थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की, लेकिन केस में कोई सुराग नहीं लगा जिस पर 2014 में अनट्रेस रिपोर्ट पुलिस ने कोर्ट में दायर कर दी थी। फरवरी 2018 में फोर्टिस हॉस्पिटल में बच्ची के प्राइवेट पार्ट की 13वीं बार सर्जरी हुई थी।

 

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