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कोरोना टीकाकरण के दूसरे चरण का हुआ आगाज, पीएम मोदी ने वैक्सीन लेने के बाद देश को दिया भरोसा

नई दिल्ली: देश में कोरोना के दोबारा बढ़ते खतरे के बीच आज से टीकाकरण का दूसरा अभियान शुरू हो रहा है. आज से 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन की खुराक मिलनी शुरू हो जाएगी. इसके साथ ही कैंसर, शुगर और हाइपरटेंशन के 45 साल से अधिक उम्र के कोमोर्बिडिटी वाले यानी गंभीर बीमारी वाले लोगों को भी टीका मिलना शुरू हो जाएगा. देश के अलग-अलग राज्यों में तैयारी पूरी कर ली गई है. राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह के मुताबिक देश में 50 साल से ऊपर और किसी बीमारी के साथ जी रहे 50 साल के उम्र के ऊपर के लोगों की कुल संख्या लगभग 27 करोड़ है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आज राजधानी दिल्ली के एम्स अस्पताल में कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली डोज लगवाई है. पीएम मोदी सुबह करीब 6 बजे एम्स पहुंचे और वहां कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवाई. वैक्सीन लगवाने के बाद पीएम मोदी ने कहा, ”कोरोना वायरस के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूती देने में जिस तेज़ी से हमारे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने काम किया है वो उल्लेखनीय है. जो लोग वैक्सीन लेने योग्य हैं, मैं उन सभी से वैक्सीन लगवाने की अपील करता हूं. साथ मिलकर भारत को कोरोना मुक्त बनाते हैं.”

प्रधानमंत्री को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाने वाली नर्स सिस्टर पी. निवेदा ने कहा, ”प्रधानमंत्री को भारत बायोटेक की कोवैक्सीन की पहली डोज़ दी गई है, 28 दिन में दूसरी डोज़ लगाई जाएगी. वैक्सीन देने के बाद उन्होंने बोला कि वैक्सीन लगा भी दी, पता भी नहीं चला.”

सरकार ने टीकाकरण के लिए 10 हजार सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों को चिन्हित किया है, जहां मुफ्त में वैक्सीन लगाई जाएगी. वहीं, प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने वालों को वैक्सीन की कीमत चुकानी होगी. इसकी कीमत 250 रुपए प्रति व्यक्ति-प्रति डोज़ होगी. आज अपने जन्मदिन के मौके पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी कोरोना का टीका लेंगे. बिहार में सभी को मुफ्त वैक्सीन देने का एलान किया गया है.

टीकाकरण के लिये अपॉइंटमेंट और रजिस्ट्रेशन कोविन पोर्टल पर होगा. कोविन पोर्टल पर उपलब्ध स्लॉट्स के आधार पर अपॉइंटमेंट लिया जा सकता है. वैक्सीनेशन प्रोग्राम लांचिंग के दिन यानी 1 मार्च को अपॉइंटमेंट के लिए ऑनलाइन स्लॉट्स दोपहर 12 बजे से दोपहर 3 बजे तक उपलब्ध रहेंगे. इसके बाद 2 मार्च से ऑनलाइन स्लॉट्स सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक उपलब्ध रहेंगे. कोविड वैक्सीनेशन सेंटर्स की लिस्ट भी कोविन पोर्टल पर उपलब्ध होगी. एक मोबाइल नम्बर से 4 से ज़्यादा लोगों का रजिस्ट्रेशन नहीं किया जा सकता.

सरकार के पहले के नोटिफिकेशन के मुताबिक वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को सबसे पहले Co-Win app पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा. एक बार जब रजिस्ट्रेशन हो जाएगा, तब व्यक्ति के मोबाइल पर एसएमएस से इसकी सूचना दी जाएगी. इस सूचना में वैक्सीन लगाने की तारीख, जगह और समय के बारे में जानकारी दी जाएगी.

रजिस्ट्रेशन के लिए आधार कार्ड, इलेक्टोरल फोटो आईडेंटिटी कार्ड (वोटर आई कार्ड), अगर ये दोनों न आईडी न हों, तो रजिस्ट्रेशन के समय इस्तेमाल में लाया गया फोटो आधारित आई कार्ड और रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर द्वारा बनाया गया को-मॉर्बीडीटी सर्टिफिकेट मान्य होंगे.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के अलावा लोगों को ‘वॉक इन रजिस्ट्रेशन’ की सुविधा भी दी जाएगी. यानि वो लोग जो मोबाइल फोन फ्रेंडिली नहीं हैं या ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करा रहे हैं, वो लोग सीधे अस्पताल जाकर भी वैक्सीन लगवा सकते है. हालांकि बताया जा रहा है कि पहले प्राथमिकता ऑनलाइन या एप के जरिए रजिस्ट्रेशन कराने वालों को ही दी जाएगी.

सरकार ने कहा है कि लोग 20 हजार निजी केंद्रों पर भी वैक्सीन लगा सकेंगे. वैक्सीन पर बने राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह के मुताबिक देश में 50 साल से ऊपर और किसी बीमारी के साथ जी रहे 50 साल के उम्र के ऊपर के लोगों की कुल संख्या लगभग 27 करोड़ है. 45 से 59 साल के ऐसे लोग जो गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं, उनके लिए 20 तरह की गंभीर बीमारियों की सूची जारी की गई है. सिर्फ इन्हीं 20 गंभीर बीमारियों से ग्रसित 45 साल से अधिक आयु वाले लोग वैक्सीनेशन का लाभ पा सकेंगे. लाभार्थी को रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर से अपनी बीमारी का सर्टिफिकेट बनवाकर लाना होगा.

16 जनवरी से वैक्सीन अभियान का पहला चरण शुरू हुआ था. इस चरण में अब तक करीब 1.50 करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है. पहले चरण में सिर्फ 2000 निजी केंद्र शामिल थे लेकिन दूसरे चरण में निजी केंद्रों की भूमिका बढ़ेगी. सरकारी सूत्रों के मुताबिक, देश के 12 हजार निजी अस्पताल आयुष्मान भारत से जुड़े हुए हैं.

ये याद रखना जरूरी है कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है. हाल में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पांच राज्य को चिट्ठी लिखी जहां मामले तेज़ी बढ़ रहे है. ये राज्य है पंजाब, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और जम्मू कश्मीर. इन राज्यों को चिट्ठी लिखकर केंद्र सरकार सलाह दी है कि जिन केस बढ़ रहे हैं वहां हैल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्करों का वैक्सीनेशन तेज कर दिया जाए. क्योंकि इनके संक्रमित होने का खतरा ज्यादा होता है.

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