पंचांग के अनुसार 13 अक्टूबर 2021, बुधवार को आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी की तिथि है. इस दिन पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र रहेगा. चंद्रमा की बात करें तो मन और माता का कारक चंद्रमा धनु राशि में गोचर कर रहा है. ग्रहों की दृष्टि से भी आज का दिन महत्वूपर्ण है. मां दुर्गा की पूजा से नवग्रहों को शांत रखने में मदद मिलती है. आज दुर्गा अष्टमी का पर्व है. इस दिन कुछ विशेष उपायों को अपना कर, ग्रहों की अशुभता को दूर करने में मदद मिलती है. इस दिन राशि के अनुसार इन आसान उपायों को कर सकते हैं-
मेष राशि: दुर्गा अष्टमी पर मां दुर्गा को सिंदूर अर्पित करें. इस दिन क्रोध, अहंकार और लोभ आदि से बचने का प्रयास करें और छोटी बच्चियों को उपहार आदि प्रदान करें. ऐसा करने से मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होगा, तथा ग्रहों की अशुभता से जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होंगी.
वृषभ राशि: राहु का गोचर आपकी राशि में हो रहा है. राहु को भ्रम का कारक माना गया है. राहु की अशुभता को दूर करने के लिए दुर्गा महा अष्टमी पर अच्छा संयोग बन रहा है. इस दिन विवाहित महिलाओं को श्रद्धा पूर्वक भोजन कराएं और श्रृंगार आदि से जुड़ी चीजों को उपहार में दें.
मिथुन राशि: इस दिन विधि पूर्वक मां दुर्गा की पूजा करें, बीज मंत्रों का जाप करें. इस दिन व्रत का भी विशेष पुण्य प्राप्त होता है.
कर्क राशि: दुर्गा अष्टमी का पर्व मातृ शक्ति को भी समर्पित है. छोटी कन्याओं को दुर्गा का स्वरूप माना गया है. इस दिन छोटी कन्याओं की पूजा करें और उन्हें प्रसन्न रखने का प्रयास करें. इससे शुक्र और बुध ग्रह की अशुभता दूर होती है.
सिंह राशि: मां दुर्गा को लाल पुष्प अधिक प्रिय हैं. दुर्गा अष्टमी पर लाल पुष्प चढ़ाने से मंगल ग्रह की अशुभता को दूर करने में मदद मिलती है.
कन्या राशि: अष्टमी की तिथि पर आपकी राशि में तीन ग्रहों की युति बनी हुई है. बुध, मंगल और सूर्य आपकी ही राशि में गोचर कर रहे हैं. इस दिन मां दुर्गा की प्रिय चीजों का भोग लगाएं और श्रृंगार का सामान भेंट. ऐसा करने से ग्रहों की अशुभता दूर होती है.
तुला राशि: दुर्गा अष्टमी पर मां दुर्गा का आशीर्वाद करने के साथ साथ भगवान गणेश जी की भी कृपा प्राप्त करने का प्रयास करें. इस दिन बुधवार है. बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है. इस दिन गणेश जी की पूजा से भी मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं. इससे भी ग्रहों की शुभता में वृद्धि होती है.
वृश्चिक राशि: आपकी राशि में दो ग्रहों की युति बनी हुई है. पाप ग्रह केतु के साथ भोग विलास के कारक ग्रह शुक्र भी गोचर कर रहे हैं. इस दिन इन ग्रहों की अशुभता को दूर करने के लिए दुर्गा सप्तशती का पाठ करें.
धनु राशि: चंद्रमा का गोचर आपकी राशि में हो रहा है. इस दिन वृद्ध महिलाओं की सेवा करें, उन्हें उपहार और भोजन प्रदान करें. ऐसा करने से चंद्रमा आदि ग्रहों का दोष दूर होता है.
मकर राशि: शनि और गुरु आपकी राशि में विराजमान हैं. शनि न्याय और गुरु को ज्ञान का कारक माना गया है. दुर्गा अष्टमी पर मां दुर्गा की पूजा करने और घर में हवन करें. ऐसा करने से नवग्रहों की शांति होती है.
कुंभ राशि: दुर्गा अष्टमी पर मां दुर्गा की विधि पूर्वक पूजा करें. महिलाओं को श्रृंगार का समान भेंट करें. इस दिन छोटी बच्चियों को भी उपहार दे सकते हैं.
मीन राशि: दुर्गा अष्टमी पर मां दुर्गा का व्रत रखें और हवन आदि से मां को प्रसन्न करें. इस दिन पूजा में लाल कनेर पुष्प चढ़ाना चाहिए. इससे ग्रहों की अशुता दूर होती है.
यह भी पढ़ें- बिग ‘बी’ की ‘कमला पसंद’ से तौबा और गुटखा चिंतन – अजय बोकिल
One Comment
Comments are closed.