अडानी ग्रुप जीवीके ग्रुप से मुंबई के दो हवाईअड्डों के अधिग्रहण के लिए शेयरों की बिक्री से 100 अरब डॉलर की पूंजी जुटाएगा. अडानी ग्रुप फंड के लिए कतर इनवेस्टमेंट अथॉरिटी, एक कनाडाई फंड और सिंगापुर के एक फंड से बात कर रहा है. अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स फंड जुटाने के लिए दस से बीस फीसदी की हिस्सेदारी बेच सकती है.
इकनॉमिक टाइम्स के मुताबिक अडानी ग्रुप की इस कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने की होड़ में कतर इनवेस्टमेंट अथॉरिटी सबसे आगे है. मिडिल ईस्ट के ही एक सॉवरेन वेल्थ फंड ने हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक इनवेस्टमेंट बैंकर के जरिये ग्रुप से संपर्क किया है. अडाणी समूह मुंबई हवाईअड्डे में जीवीके समूह की हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगा. अरबपति उद्योगपति गौतम अडाणी की अगुवाई वाले समूह ने सोमवार को कहा था उसका मुंबई हवाईअड्डे में जीवीके समूह की हिस्सेदारी खरीदने और नियंत्रण हासिल करने का करार हो गया है.
अडाणी एंटरप्राइज ने शेयर बाजारों को भेजी सूची में कहा, ‘‘अडाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स ने जीवीके एयरपोर्ट डेवलपर्स के ऋण के अधिग्रहण के लिए करार किया है.’’ जीवीके समूह के पास मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा लि. (मायल) की 50.50 प्रतिशत हिस्सेदारी है. ऋण को इक्विटी में बदला जाएगा. सूचना में कहा गया है कि अडाणी समूह मायल में एयरपोर्ट्स कंपनी ऑफ साउथ अफ्रीका (एसीएसए) और बिडवेस्ट की 23.5 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए भी कदम उठाएगा. इसके लिए उसे भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) की मंजूरी मिल चुकी है. यह सौदा पूरा होने के बाद जीवीके की 50.50 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ मुंबई हवाईअड्डे में अडाणी समूह की हिस्सेदारी 74 प्रतिशत हो जाएगी.