कोरोना महामारी के तीन लहरों का सामना करने के बावजूद भारतीय शेयर बाजार ने बीते दो सालों में शानदार तेजी देखने को मिली. इसी दौरान शेयर बाजार के साथ नए और युवा निवेशक जुड़ते दिखे. बड़ी संख्या में दिग्गज कंपनियां आईपीओ भी लेकर आई जिसका लाभ लेने के लिए रिकॉर्ड संख्या में निवेशकों ने डिमैट ट्रेडिंग खाते खुलवाये. 2021-22 में 3.6 करोड़ नए निवेशकों ने डिमैट खाते खुलवाये हैं जो कि बीते वर्ष से 63 फीसदी ज्यादा है. जबकि 2020-21 में 5.51 करोड़ कुल डिमैट अकाउंट होल्डर थे. रिटेल निवेशकों की बाजार में बढ़ती भागीदारी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता कि 2021-22 में हर महीने औसतन दो करोड़ से ज्यादा निवेशकों ने डिमैट अकाउंट खुलवाये हैं.
एलआईसी आईपीओ के चलते बढ़े डिमैट खाताधारक
डिमैट अकाउंट खोलने की संख्या में आई बढ़ोतरी की वजह देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी का आने वाला आईपीओ है जो कि 4 मई से खुलने जा रहा है. कुल 28 करोड़ पॉलिसीधारकों में से बड़ी संख्या में पॉलिसीहोल्डर्स ने डिमैट अकाउंट खुलवाये हैं जिससे वे एलआईसी के आईपीओ में आवेदन कर सकें. एलआईसी के पॉलिसीधारकों को डिस्काउंट रेट पर शेयर दिए जा रहे हैं और उनके लिए आईपीओ में रिजर्व कोटा भी रखा गया है.
शेयर बाजार के प्रति बढ़ा आकर्षण
कोरोना महामारी के मार्च 2020 में दस्तक देने के दौरान शेयर बाजार में जो गिरावट की सुनामी आई थी वहां से सेंसेक्स में दो गुना उछाल आ चुका है. 2020-21 में सेंसेक्स ने 68 फीसदी तो 2021-22 में 18.3 फीसदी का रिटर्न दिया है. कोरोना महामारी और वैश्विक तनाव के बावजूद रिटेल निवेशकों की भागीदारी बढ़ी है जो कि शेयर बाजार की मजबूती प्कदान कर रहा है.
दिग्गज कंपनियां लेकर आएगी आईपीओ
एलआईसी के अलावा, गो एयरलाइंस 3,600 करोड़ रुपये, MobiKwik 1,900 करोड़ रुपये, एसबीआई म्यूचुअल फंड 7500 करोड़ रुपये, Ola 7,300 करोड़ रुपये, OYO 8430 करोड़ रुपये, Pharmeasy 6250 करोड़ रुपये, एनएसई 10,000 करोड़ रुपये, Ixigo 1600 करोड़ रुपये, बजाज एनर्जी 5450 करोड़ रुपये के आईपीओ बाजार में 2022 में आयेंगे. इनके अलावा स्नैपडील, Bharat FIH, VLCC Health Care, Delhivery, Wellness Forever, Bikaji Foods भी अपना आईपीओ लेकर आ रहे.
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