Close

शेयर बाजार में उछाल और नए निवेशकों के आने से बढ़ी एनएसई की कमाई, 2021-22 में हुआ 5,198 करोड़ रुपये का मुनाफा

बीता दो वर्ष कोरोना महामारी ( Covid19 Pandemic) के साये में गुजरा है.  इस दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था ( Indian Economy) पर संकट के बादल छा गए. लेकिन भारतीय शेयर बाजार ( Indian Stock Market) इस दौरान जबरदस्त रौनक दिखाई दी. शेयर बाजार में ट्रेडिंग कई गुना बढ़ गया जिसके चलते देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ( National Stock Exchange) के मुनाफा ( Net Profit) में 45.4 फीसदी का उछाल आया है. 2021-22 वित्त वर्ष में एनएसई का नेट प्रॉफिट 5,198 करोड़ रुपये रहा है.

शेयर बाजार में तेजी से बढ़ी एनएनई की कमाई

एनएसई (NSE)का 2021-22 में रेवेन्यू में 53 फीसदी का उछाल आया और ये 9,500 करोड़ रुपये रहा है. शेयर बाजार में ट्रेडिंग पर ट्रांजैक्शन चार्ज ( Transaction Charge) लगाया जाता है. ट्रेंडिंग बढ़ने के कारण ट्रांजैक्शन चार्ज से एक्सचेंज को ज्यादा कमाई हुई है. ट्रेडिंग चार्ज 64 फीसदी बढ़कर 6,965 करोड़ रुपये रहा है जबकि कोलोकेशन चार्ज ( Colocation Charge) 58 फीसदी बढ़कर 433 करोड़ रुपये रहा है.

एक साल में 4 करोड़ नए डिमैट खाते खुले 

कोरोना काल में शेयर बाजार के साथ बड़ी संख्या में नए निवेशक जुड़े हैं जिन्होंने शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए डिमैट खाते ( Demat Account) खुलवाये हैं. एक से बढ़कर एक आईपीओ और शेयर बाजार में तेजी के चलते पिछले 12 महीनों में 4 करोड़ से ज्यादा नए निवेशकों ने डिमैट खाते खुलवाये हैं जिससे   शेयर बाजार  में रिटेल निवेशकों की भागीदारी बढ़ी है.

विवादों में घिरा रहा एनएसई

बीते कुछ महीनों में नेशवल स्टॉक एक्सचेंज विवादों में भी घिरा रहा है जहां कॉरपोरेट गर्वनेंस के मुद्दे हावी रहे हैं. सीबीआई ने अनियमितताओं के चलते एनएसई की पूर्व सीईओ चित्रा रामाकृष्णा और पूर्व ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर आनंद सुब्रमन्यन के खिलाफ कार्रवाई भी गई गई है.

 

 

यह भी पढ़ें- एलआईसी ने अपने आईपीओ का इश्यू प्राइस 949 रुपये किया तय, 17 मई को स्टॉक एक्सचेंज पर होगी लिस्टिंग

scroll to top