रायपुर। कन्फेडरेशन आफ इण्डियन इन्डस्ट्रीज के अनुसार वर्ष 2022-23 के लिए भारतीय उद्योग परिसंघ पूर्वी क्षेत्र की उप-समितियों और क्षमतानुरूप कार्यशील लोगों का पुनर्गठन किया गया है। इन्ही नियुक्तियों के अन्तर्गत प्रदीप टण्डन को वर्ष 2022-23 के लिए कौशल विकास उपसमिति की अध्यक्षता का भार दिया गया है।
ईस्ट ज़ोन ऑफ़िस से पश्चिम बेंगॉल, बिहार, झारखंड , छत्तीसगढ़ और ओडिसा की औद्योगिक समस्या पर गतिविधियां की जाती हैं। कौशल विकास उप समिति 2022-23 का मिशन, युवाओं सहित रोजगार के लिए अनस्किल्ड लोगों के कौशल को बढ़ाने के लिए एक सिस्टम के रूप में कार्य करेगा।
प्रौद्योगिकी का उपयोग करके कौशल का विकास रोजगारोन्मुखी हो। उद्योगों की बढ़ती हुई भागीदारी के लिए निजी उद्योगों के साथ आफ्टर कोरोना(एसी) वर्ल्ड के लिए एक कौशल विकास तंत्र बनाना वृहत चुनौती हो गयी है। यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में काम कर रहे स्व-रोजगार को सुनिश्चित करने तथा युवाओं के लिए भिन्न-भिन्न तरह की उद्यमिता को भी बढ़ावा देने योग्य करना होगा।
सीआईआई कौशल विकास उप-समिति 2022-23 सभी हितधारकों के साथ काम करके और मांग संचालित परिणाम-उन्मुख कौशल ईको सिस्टम बनाकर कौशल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेगी। बेरोजगारों की अप-स्किलिंग और स्केल अप अप्रेंटिसशिप के लिए यह उद्योग और सरकार के बीच साझेदारी भी बनाती रहेगी।
कौशल विकास उद्योगों की कार्यप्रणाली को संवेदनशील तथा उपयोगी बनाता है। अन्य सहयोगी क्षेत्रों की पहचान व संयोजन भी करता है। लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए समिति ने एक कार्य योजना बनाना निर्धारित किया है। जिसमें कौशल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करना, तकनीकी जानकारियों के माध्यम से प्रशिक्षण की गुणवत्ता में सुधार करते हुए उद्योग की भागीदारी को सुविधाजनक बनाना शामिल होगा।
कौशल प्रतियोगिता, युवाओं को नौकरी और करियर के अवसर से जोड़ना, कौशल केंद्र की परियोजनाओं में शामिल होगा। प्रशिक्षण और कौशल विकास की जिम्मेवारी वाले पद पर प्रदीप टण्डन को छत्तीसगढ़ शासन ने पूर्व में सदस्य नियुक्त किया गया था।