छत्तीसगढ के धमतरी जिले के दुगली वन परिक्षेत्र मे 30 हाथियों का झुंड इलाके मे विचरण कर रहे है।
हाथियों के विचरण करने से खेतो मे लगे फसलो को नुकसान पहुंचाते हुए आगे बढ़ रहे है। बीती रात दुगली के चारगाव मे किसान रमेश नेताम के खेत से लगे कुए मे तीन हाथी गिर गए थे। रात होने की वजह से वन विभाग ने रेस्क्यू नही किया। सुबह होते होते वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू करना शुरू किया। काफी मशक्कत के बाद तीनो हाथियों को बाहर निकाला गया।
दरअसल दुगली परिक्षेत्र अंतर्गत चारगांव के किसान रमेश नेताम के खेत जो कंपार्टमेंट 339 के नजदीक कुएं में बीती रात करीब 8 बजे 3 हाथी गिर गए थे। रात को वन विभाग को सूचना मिलने पर डीएफओ सहित समस्त अधिकारी मौके पर पहुंचे एवं हालात का जायजा लिया। मौके पर आसपास हाथी दल (लगभग 30) विचरण कर रहे थे।
लेकिन किसी प्रकार की बेचैनी हाथियों में नजर नहीं आ रही थी। इससे अनुमान लगाया गया कि कुएं में गिरे हाथी सुरक्षित हैं। चूंकि चारों ओर हाथी खेतों में फैले हुए थे। इसलिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से रात में ऑपरेशन नहीं करने का निर्णय लिया गया।
इस बीच दो जेसीबी, सर्च लाइट्स, रेत और लकड़ी के लट्ठो आदि की व्यवस्था कर ली गई थी। ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनका उपयोग किया जा सके। शुक्रवार की सुबह 5 बजे के आसपास दो हाथी पास के सोलर पंप के सहारे से बाहर आ गए।जबकि तीसरा हाथी नहीं निकल पा रहा था। जिसे कुएं के एक छोर को जेसीबी से हटा करके निकाला गया। तीनों हाथीयो को जंगल के भीतर खदेडा गया। जहा पर तीनो हाथी सुरक्षित एवं स्वस्थ हैं। जिसके बाद वन विभाग ने राहत की सांस ली।