अंबिकापुर। बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र में जंगली सूअर के शिकार के लिए लोहे का जाल बिछाकर करंट प्रवाहित किए जाने से इसकी चपेट में आकर दो भालुओं की मौत हो गई। सूचना पर वनविभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। भालुओं के शवों को पीएम करा शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। वन अमले ने तार बिछाकर करंट लगाने वाले दो ग्रामीणों को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ कर रही है।
वाड्रफनगर रेंजर प्रेमचंद मिश्रा ने बताया कि शनिवार शाम वन अमले को सूचना मिली कि रेंज के ग्राम पंचायत गुरमुटी अंतर्गत मेढ़ना में दो भालुओं का शव गांव के बाहर जंगल किनारे पड़ा हुआ है। इसकी सूचना पर वन अमला मौके पर पहुंचा। मौके पर एक नर एवं एक मादा भालू का शव बरामद हुआ। ग्रामीणों द्वारा लगाए गए खंभे एवं लोहे के फंदे तथा तार का जाल बरामद हुआ। भालुओं के शवों का पोस्टमार्टम कराया गया। भालुओं के शव में कोई भी अंग गायब नहीं मिले।
अधिकारियों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार
भालुओं का शवों का पीएम के बाद डीएफओ बलरामपुर विवेकानंद झा, एडिशनल डीएफओ हमीन पैकरा सहित अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया। वनविभाग ने दो ग्रामीणों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में बजरंगी पिता हरिहर 38 वर्ष, बंसरूप पिता बुधु गोंड़ 39 वर्ष दोनों निवासी ग्राम गुरमुटी शामिल हैं।
जंगली सूअर का शिकार करने लगाते हैं करंट
मेढ़ना में जंगल किनारे जहां फंदा लगाकर करंट लगाया गया था, वहां अक्सर जंगली सूआर आते-जाते हैं। बताया गया है कि पकड़े गए ग्रामीणों ने जंगली सूअर का शिकार करने के लिए ही फंदा लगाकर करंट फैलाया था। इनकी चपेट में भालू आ गए। इसके पूर्व वाड्रफनगर में जंगली सूअरों का शिकार करने लगाए गए करंट की चपेट में आकर हाथियों की भी मौत हो चुकी है।