शराबबंदी वाले राज्य बिहार में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों का बुधवार को शुरू हुआ सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा। यहां अब तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है। सारण जिले में जहरीली शराब पीने से मौत का यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। बीते रोज सबसे अधिक मसरख के 10 लोगों की मौत हुई थी। बीमार पड़ रहे लोगों ने आंखों की रोशनी कम होने की भी शिकायत की थी।
जिला प्रशासन व्यापक पैमाने पर चला रही अभियान
दूसरी ओर इस मामले में छपरा में जिला प्रशासन व्यापक पैमाने पर अभियान चला रही है। इस अभियान के तहत गुरुवार तक 126 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सारण के एसपी संतोष कुमार ने बताया कि, मढौरा अनुमंडल के विभिन्न थाना क्षेत्रों में संदिग्ध स्थिति में मृत्यु होने की घटना के बाद मशरख थाना व इसुआपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है तथा आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है।
छपरा में शराब ने दूसरे दिन भी कहर बरपाया
मृतकों के परिजनों के घर चौकीदार और पुलिस प्रशासन द्वारा ये कह कर शव का अंतिम संस्कार कर देने का दबाव बनाया जा रहा था ताकी आंकड़ों को कम किया जा सके। इस बीच जिले में शराब ने दूसरे दिन भी कहर बरपाया है। नए इलाके में शराब से मौत के मामले सामने आने लगे हैं। मढौरा में तीन लोगों की मौत हुई है जबकि एक दर्जन से अधिक लोग बीमार हैं, जिसमें चार को छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बात दो दिनों में मौत की करें तो अब तक 40 लोगों की मौत शराब पीने से हो चुकी है जिससे जिले में कोहराम मचा हुआ है।
बीती रात मढौरा के लालापुर निवासी सुरेंद्र महतो और धुरेन्द्र महतो की तबियत बिगड़ गई और सीने में दर्द और आंख की रोशनी जाने की शिकायत के बाद परिजन मढौरा रेफरल अस्पताल लेकर पहुंचे। स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए छपरा सदर अस्पताल किया रेफर। कल रात ही मढौरा के खरौनी निवासी बिक्रम राज की हो गई थी मौत। मढौरा रेफरल अस्पताल में अब तक एक दर्जन लोग इलाज के लिये पहुंचे। अधिकांश लोगों को आंख से कम दिखने और सीने में दर्द की शिकायत थी। डॉक्टरों ने सभी की प्राथमिक जांच कर बेहतर इलाज के लिए छपरा सदर अस्पताल रेफर किया जहां सभी का इलाज जारी है।
पुलिस की विशेष जांच टीम गठित की गई
एसपी ने बताया कि त्वरित अनुसंधान एवं गिरफ्तारी के लिए अपर पुलिस अधीक्षक सह अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सोनपुर के नेतृत्व में 3 पुलिस उपाधीक्षक सहित कुल 31 पुलिस पदाधिकारी और पुलिसकर्मी के लिए एक विशेष जांच टीम गठित की गई है। जिला प्रशासन ने इस मामले में सख्त ऐक्शन लेते हुए मशरख थाना प्रभारी और चौकीदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
Bihar | There are 47 people admitted here, out of them some with minor symptoms were treated & later went home. Many had effects on vision due to toxins. Treatment is underway if required we will refer them to Sadar hospital: Dr Sanjay Kumar, Primary Health Centre pic.twitter.com/E2bvhidOQ4
— ANI (@ANI) December 15, 2022
लोकसभा में भी उठा जहरीली शराब से मौत का मामला
गुरुवार को जहरीली शराब से हुई मौत मामले को भाजपा नेता संजय जायसवाल ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान उठाया। उन्होंने कहा कि बिहार में पूरी तरह से शराब बंदी है, लेकिन राज्य में जहरीली शराब का घर-घर वितरण हो रहा है। इससे साफ है कि वहां की सरकार शराब बेचने वालों को संरक्षण दे रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री के व्यवहार पर भी सवाल खड़े किए। बता दें कि बुधवार को जहरीली शराब से हुई मौत मामले में विपक्ष द्वारा सवाल उठाए जाने पर विधानसभा में नीतीश कुमार गुस्से से लाल हो गए थे।
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