रायपुर। छत्तीसगढ़ के किसानों की खुशहाली भारतीय जनता पार्टी की आंखों की किरकिरी बन चुकी हैं, पहले उन्होंने अपने पन्द्रह साल के शासन काल में किसानों को 2100 रुपया प्रति क्विंटल धान का समर्थन मूल्य और 270 रुपया बोनस देने के नाम पर ठगा जिसके कारण आर्थिक बदहाली में रमन राज में मुख्यमंत्री निवास के सामने कई किसानों ने आत्महत्या किया, और अब जब भूपेश राज में किसानों के चेहरे में आई खुशहाली भाजपा नेता बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। जिसके कारण वे छतीसगढ़ीया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों का बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा करके समर्थन मूल्य पर 15 क्विंटल के स्थान पर 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदने के निर्णय को पचा नही पा रहें हैं, और खुले आम भाजपा के नेता इसका विरोध कर रहे हैं।
बेफिजूल तर्क दे रहे हैं, एक तरफ भाजपा के मुख्य प्रवक्ता अजय चन्द्रकार कहते हैं पुरे प्रदेश में एक एकड़ खेत में 20 क्विंटल धान पैदा नहीं होता, यह कहकर छत्तीसगढ़ के किसानों को तस्कर के अलंकरण से विभूषित करके किसानों का अपमान कर रहे हैं और सरकार को इस निर्णय के लिए कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। दूसरी ओर उनका यह भी कहना हैं कि धमतरी जिला और पाटन क्षेत्र में 20 क्विंटल से ज्यादा भी धान होता हैं इसलिए वहा बीस क्विंटल से अधिक समर्थन मूल्य पर धान की खरीदारी करनी चाहिए, पर इस निर्णय का विरोध करना हैं, कारण आने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी का हार का भय और ऐसे किसान विरोधी भाजपा नेताओं का चेहरा जनता के सामने बेनकाब करने की सौगंध छत्तीसगढ़ प्रदेश किसान कांग्रेस ने खाई हैं। किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामविलास साहु के निर्देश पर 11 अप्रैल को पूरे प्रदेश में किसान विरोधी भाजपा के खिलाफ धरना, प्रदर्शन करके अजय चंद्राकर का पुतला दहन करेगा।