श्रृद्धांजलि: हिंदी फिल्मों की क़ुतुब मीनार थे दिलीप साहब

हिंदी फिल्मों के आधार स्तम्भों में से आखरी प्रमाण रहे दिलीप कुमार नहीं रहे. वे दो साल और रुक जाते…

July 7, 2021

कही-सुनी ( 04 JULY-21): शिकारी ही बन गया शिकार

(रवि भोई की कलम से) राज्य आर्थिक अपराध अनुसंधान ब्यूरो और एंटी करप्शन ब्यूरो के मुखिया के नाते साल भर…

July 4, 2021

सोशल साइट्स पर नकेल क्यों नहीं डाल पा रही सरकार ? अजय बोकिल

विचारणीय स्थिति है। मोदी सरकार सोशल मीडिया खासकर ट्विटर जैसी सोशल साइट्स पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है,…

June 29, 2021

टूटे हुए कश्मीर में फिर दहशतगर्दी

टूटे हुए कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया तो शुरू नहीं हो पायी लेकिन पाकिस्तान की और से हमेशा की तरह दहशतगर्दी…

June 28, 2021

कही-सुनी ( 27 JUNE-21) : केंद्रीय मंत्री सरोज बनेंगी या साव बनेंगे ?

(रवि भोई की कलम से) चर्चा है कि छत्तीसगढ़ के कोटे से राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पांडेय या फिर बिलासपुर…

June 27, 2021

सिमटते अखबार और सोशल मीडिया में ‘सूचनाओं का लंगर’ – अजय बोकिल

कोरोना की पहली लहर ने अखबारों को एनीमिक बनाया तो दूसरी लहर ने उनकी बची खुची कमर भी तोड़ दी…

June 24, 2021

कही-सुनी ( 20 JUNE-21) : चर्चा में बिलासपुर के विश्वविद्यालय

(रवि भोई की कलम से) बिलासपुर के गुरु घासीदास विश्वविद्यालय और अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय दोनों ही इन दिनों सुर्ख़ियों…

June 20, 2021

‘अनाथ’ तो दरअसल ‘परिवारवाद’ हुआ है – अजय बोकिल

लोक जन शक्ति पार्टी ( लोजपा) में इन दिनो जो आंतरिक घमासान छिड़ा है, वह किसी भी वंशवादी पार्टी की…

June 17, 2021