वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार यानी आज आरबीआई के केंद्रीय बोर्ड की बजट पश्चात होने वाली बैठक को संबोधित करेंगी. इस बैठक में वह केंद्रीय बजट 2021-22 के मुख्य बिंदुओं की रूपरेखा और राजकोषीय समेकन के रोडमैप पर भी चर्चा करेंगी. बता दें कि वित्त मंत्री ने 1 फरवरी को पेश किए गए 2021-22 के बजट में राजकोषी घाटा सकल घरेलू उत्पाद या जीडीपी के 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है. वहीं इस घाटे को मार्च 2026 में समाप्त वित्त वर्ष तक 4.5 प्रतिशत पर लाने का लक्ष्य तय किया गया है.
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण प्रभावित चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद के 9.5 प्रतिशत तक पहुंचने का अनुमान है. इसके साथ ही बजट में अगले वित्त वर्ष के दौरान 12 लाख करोड़ रुपये का बाजार से कर्ज जुटाने का लक्ष्य भी रखा गया है.
इस महीने की शुरुआत में, आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि केंद्रीय बैंक आगामी वित्त वर्ष के लिए “गैर-विघटनकारी” तरीके से सरकारी उधारों की उच्च मात्रा का प्रबंधन कर सकता है. उन्होंने ये भी कहा था कि केंद्रीय बैंक घरेलू बाजार से कर्ज जुटाने के सरकार के कार्यक्रम को देखेगा. बजट में अगले साल बाजार मूल्य पर सकल घरेलू उत्पाद की बढ़ोतरी दर 14.4% रहने का अनुमान लगाया गया है. बता दें की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राजस्व में अगले साल 16.7 प्रतिशत की वृदधि का अनुमान लगाया है.
वर्ष के दौरान सकल घरेलू उत्पाद की वास्तविक वृद्धि दर 10-10.5 प्रतिशत के अंतर्गत रहने का भी अनुमान हैं. इसी के साथ वृद्धि को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से अगले वित्त वर्ष में पूंजीगत खर्च को वर्तमान वर्ष के संशोधित 4.2 लाख करोड़ रुपये से बढ़ाकर 5.54 लाख करोड़ रुपये करने का भी लक्ष्य है.