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जानिए जो पेट्रोल-डीजल सरकार करीब 100 रुपए में बेच रही है, उसकी असली कीमत क्या है

देश में पिछले नौ दिनों से पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे हैं. देश में आज पेट्रोल और डीजल की कीमत 25 पैसे बढ़ गई है. जिसके बाद राजस्थान के श्रीगंगानगर में एक लीटर पेट्रोल के दाम ने शतक लगा दिया है. यहां एक लीटर पेट्रोल की कीमत अब 100.07 है. हालांकि कई जगह प्रिमियम पेट्रोल पहले ही सौ रुपए प्रति लीटर पहुंच गया है. जानिए जो पेट्रोल-डीजल सरकार करीब 100 रुपए में बेच रही है, उसकी असली कीमत क्या है.

राजधानी दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 89.54 रूपए और एक लीटर डीजल की कीमत 79.95 रुपए पहुंच गई है.

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल का भाव 96 रुपए प्रति लीटर के ऊपर चला गया है. मुंबई में पेट्रोल की कीमत 96.00 रूपए प्रति लीटर और डीजल की 86.97 रूपए प्रति लीटर हो गई है.

बेंगलुरू- पेट्रोल 92.48 रुपए, डीजल 84.72 रुपए प्रति लीटर

चेन्नई- पेट्रोल 91.73 रुपए, डीजल 85.05 रुपए प्रति लीटर

कोलकाता- पेट्रोल 90.79 रुपए, डीजल 83.54 रुपए प्रति लीटर

इंडियर ऑयल की वेबसाइट पर 16 फरवरी 2021 के दामों के मुताबिक-

दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल का बेस प्राइज़ 31 रुपए 82 पैसे है. इसके बाद इसपर माल ढुलाई 28 पैसे लगती है. जिसके बाद ये डीलर के पास 32 रुपए 10 पैसे में पहुंचता है. इसके बाद इसपर 32.90 एक्साइज ड्यूटी लगती है, जो केंद्र सरकार के खाते में जाती है. 3.68 रुपए डीलर का कमीशन लगता है और 20.61 रुपए वैट लगता है जो राज्य सरकारें वसूलती हैं. इन सभी को मिला दें तो एक लीटर पेट्रोल की कीमत 89.29 हो जाती है. बड़ी बात यह है कि अब एक लीटर पेट्रोल का बेस प्राइज़ जितना है, उससे ज्यादा सरकार एक्साइज ड्यूटी लगा रही है.

इसी तरह डीजल के दामों पर टैक्स लगता है. दिल्ली में एक लीटर डीजल का बेस प्राइज़ 33 रुपए 46 पैसे है. इसके बाद इसपर माल ढुलाई 25 पैसे लगती है. जिसके बाद ये डीलर के पास 33 रुपए 71 पैसे में पहुंचता है. इसके बाद इसपर 31.80 एक्साइज ड्यूटी लगती है, जो केंद्र सरकार के खाते में जाती है. 2.51 रुपए डीलर का कमीशन लगता है और 11.68 रुपए वैट लगता है जो राज्य सरकारें वसूलती हैं. इन सभी को मिला दें तो एक लीटर डीजल की कीमत 79.70 हो जाती है.

बता दें कि केंद्र ने साफ कर दिया है कि फिलहाल सरकार एक्साइज ड्यूटी घटाने पर विचार नहीं कर रही है. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने संसद में कहा था कि पेट्रोलियम उत्पादों पर एक्साइज ड्यूटी घटाने का फिलहाल कोई विचार नहीं है. वैश्विक बाजार में कोविड संकट के बाद पहली बार कच्चे तेल का भाव 63 डॉलर प्रति बैरल तक चला गया है. भारत को पेट्रोलियम ईंधन की जरूरत के लिए 80 प्रतिशत आयात पर निर्भर करना पड़ता है.

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