उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक 1350 करोड़ रुपये जुटाने आईपीओ बाजार में उतरेगा. बैंक ने इस आईपीओ के लिए सेबी में अपने ड्राफ्ट पेपर दाखिल कर दिए हैं. बैंक 750 करोड़ रुपये के नए शेयर और 600 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल लाएगा. आईपीओ का लक्ष्य बैंक का टियर 1 पूंजी आधार बढ़ाना है. चूंकि बैंकी पूंजी जरूरतें बढ़ गई हैं इसलिए लोन और एडवांस देने के लिए टियर 1 पूंजी को बढ़ाना जरूरी है. बैंक 250 करोड़ रुपये प्री-आईपीओ प्लेसमेंट के जरिये जुटा सकता है. बैंक ने अपने IPO के लिए ICICI Securities, IIFL securities, Kotak Investment Bank को अपना लीड मैनेजर बनाया है.
आईपीओ का 75 फीसदी हिस्सा क्यूआईबी यानी क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए रिजर्व रखा गया है. वहीं नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए 15 फीसदी का कोटा रखा गया है. दस फीसदी रिटेल निवेशकों के लिए सुरक्षित रखा गया गया है. क्रिसिल की एक रिपोर्ट के मुताबिक उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक ने 2017 में अपना कारोबार शुरू किया था.
वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान देश का सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाला बैंक रहा है . 30 सितंबर 2020 तक बैंक की 528 शाखाएं हैं. बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड के ग्रामीण और अर्द्धशहरी इलाकों में इसके 27.4 लाख ग्राहक हैं. वित्त वर्ष 2019-20 में उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक की कुल आय 1,406.24 करोड़ रुपये थी. वित्त वर्ष 2018-19 में इसकी आय 958.25 करोड़ रुपये थी. वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 186.74 करोड़ रुपये था, जबकि वित्त वर्ष 2018-19 में यह 110.87 करोड़ रुपये था. इस वित्त वर्ष में बैंक का प्रोविजन 163.55 करोड़ रुपये का रहा. क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक ऐसेट्स पर रिटर्न के मामले में भी यह पिछले वित्त वर्ष के दौरान सबसे आगे रहा. बैंक के ग्रोथ की अच्छी संभावनाएं हैं. इसलिए इस आईपीओ को आकर्षक माना जा रहा है.