नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज विधानसभा में कहा कि हम जनता की सेवा के लिए रामराज्य की संकल्पना से प्रेरित हो कर 10सिद्धांतों का पालन करते आ रहे हैं.
उपराज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि मैं भगवान राम और हनुमान का भक्त हूं. सीएम केजरीवाल ने कहा कि अयोध्या में भव्य मंदिर बन जाये तो सभी बुजुर्गों को मंदिर के दर्शन कराने ले जाएंगे.
सीएम ने कहा कि प्रभु श्रीराम हम सबके आराध्य हैं. वो अयोध्या के राजा थे, उनके शासनकाल में सब अच्छा था. सब सुखी थे हर सुविधा थी उसे रामराज्य कहा गया. रामराज्य एक अवधारणा है. वो भगवान हैं हम उनसे तुलना तक नहीं कर सकते. लेकिन उनसे प्रेरणा लेकर हम अगर एक सार्थक कोशिश भी कर सकें तो हमारा जीवन धन्य हो जाएगा.
दिल्ली में कोई भूखा न सोए- इसके लिए अलग अलग योजनाएं सरकार बना रही है .
हर बच्चे को चाहे गरीब का बच्चा क्यों न हो उसको अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिये, एक जैसे पढ़ने के अवसर हम हर बच्चे को दे रहे हैं.
कोई बीमार हो जाये चाहे अमीर हो या गरीब उसको सबसे अच्छा इलाज मिलना चाहिए- हमने सरकारी अस्पतालों को ठीक किया.
कोई कितना भी गरीब क्यों न हो उसके घर मे अंधेरा न हो- 200 यूनिट बिजली हमने माफ कर दी. दिल्ली दुनिया का अकेला ऐसा राज्य है जहां 200 यूनिट बिजली फ्री मिलती है अमीर को भी गरीब को भी.
सबको पानी मिलना चाहिये चाहे अमीर हो या गरीब.
रोजगार सबके पास होना चाहिये- हम हर प्रयास कर रहे हैं, साफ नीयत से कोशिश कर रहे हैं.
मकान- हर आदमी के सर पर छत होनी चाहिए. हम चाहते हैं कि जो लोग झुग्गी झोपड़ी में रह रहे हैं उनको घर मिले.
महिलाओं की सुरक्षा- पुलिस हमारे पास नहीं है लेकिन इसका रोना रोने से फायदा नहीं है जिनका काम है वो करें. हमारा काम था सीसीटीवी लगाना, बसों में यात्रा फ्री करना मार्शल लगाना है.
बुजर्गों को सम्मान- बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा कराई. ये उनके जीवन का आखिरी फेज़ होता है. हमारे धर्म ग्रंथों में लिखा है कि आखिरी समय प्रभु भक्ति में बीतना चाहिये. अयोध्या में भव्य मन्दिर बन जाये तो सभी बुजुर्गों को मन्दिर के दर्शन कराने ले जाएंगे.
आम आदमी पार्टी में सभी बराबर हैं. किसी भी धर्म जाति के हों. श्री राम ने जूठे बेर खाये थे. उनके राज्य में किसी से भेद नहीं था. हमारी यही कोशिश है कि सभी एक दूसरे का आदर हमारी सरकार में करें.