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2 दिन की राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल से जानें किन-किन सेवाओं पर पड़ा असर

सरकारी बैंकों को प्राइवेट क्षेत्र को सौंपने के सरकार के कदम के खिलाफ पब्लिक सेक्टर के बैंक दो दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर हैं. जिसके चलते सोमवार और मंगलवार यानी 15 और 16 मार्च को बैंकों में हड़ताल है. बता दें कि पब्लिक सेक्टर के नौ बैंकों की यूनियन, यूनाइडेट फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स ने इस हड़ताल का आह्वान किया है. वहीं देश भर के बैंक शनिवार और रविवार को भी बंद थे और हड़ताल के कारण आज या कल भी नहीं खुलेंगे. इस वजह से बैंक सेवाओं पर चार दिन बंद रहने की वजह काफी प्रभाव पड़ा है. लोगों को बैंक संबंधी कामों के न होने की वजह से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

गौरतलब है कि  इस बार बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया था कि इस साल सरकार दो सरकारी बैंकों और एक इंश्योरेंस कंपनी का निजीकरण करेगी. तभी से बैंक कर्मचारी यूनियन इसका विरोध कर रही है.

दो दिन की हड़ताल के कारण शाखाओं में जमा और निकासी, चेक क्लीयरेंस और ऋण स्वीकृति जैसी सेवाएं प्रभावित.

प्राइवेट सेक्टर बैंक जैसे आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और एक्सिस बैंक हालांकि खुले रहेंगे क्योंकि वे हड़ताल में भाग नहीं ले रहे हैं।

देश भर में एटीएम के काम करते रहने की संभावना है.

हड़ताल के दौरान लेन-देन करने के लिए सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया सहित राज्य के अन्य बैंकों ने ग्राहकों को अपने डिजिटल चैनलों जैसे कि इंटरनेट या मोबाइल बैंकिंग और एटीएम का उपयोग करने के लिए कहा है.

अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (AIBEA) के महासचिव सीएच वेंकटचलम ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि मुद्रा बाजार और शेयर बाजार भी हड़ताल की वजह से पेमेंट्स के प्रभावित होने के कारण समस्याओं का सामना कर रहे हैं.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण के समय इस बात की घोषणा की थी कि आईडीबीआई समेत दो और सरकारी बैंकों का निजीकरण किया जायेगा. तभी से बैंक कर्मचारी यूनियन इसका विरोध कर रही है

सरकार ने पहले ही 2019 में भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) को मेजोरिटी हिस्सेदारी बेचकर IDBI बैंक का निजीकरण कर दिया है और पिछले चार वर्षों में 14 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का विलय भी कर दिया है.

बैंक यूनियनों के अलावा, चार जनरल इंश्योरेंस कंपनियों की सभी यूनियनें 17 मार्च को हड़ताल पर रहेंगी. LIC की सभी यूनियनें 18 मार्च को हड़ताल पर हैं, जबकि चार बीमा कंपनियों के यूनियनों ने सार्वजनिक कंपनियों के निजीकरण के खिलाफ हड़ताल का आह्वान किया है.

नौ अलग अलग बैंकों की यूनियन के संगठन, यूनाइडेट फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स ने इस हड़ताल का एलान किया है. इसमें ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉयज एसोसिशन (एआईबीईए), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फेडरेशन (एआईबीओसी), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ बैंक एम्प्लॉयज (एनसीबीई), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (एआईबीओए) और बैंक एम्प्लॉयज कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीईएफआई) शामिल हैं. इसके अलावा इंडियन नेशनल बैंक एम्प्लॉयज फेडरेशन (आईएनबीईएफ), इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस (आईएनबीओसी), नेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स (एनओबीडब्ल्यू) और नेशनल आर्गनाइजेशन ऑफ बैंक ऑफिसर्स (एनओबीओ) भी इसमें शामिल हैं.

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