रानू माहेश्वरी की रिपोर्ट – बलौदाबाजार । जिला मुख्यालय से मात्र 5 कि. मी. दूर ग्राम रवान में स्थित अंबुजा सीमेंट संयंत्र की तीसरी इकाई विस्तारीकरण पर्यावरण जनसुनवाई 31 मार्च को ग्राम भद्रपाली में भारी पुलिस बल एवं त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के साथ हंगामे के बीच संपन्न हुई, भारी जनविरोध को देखते हुए संयंत्र प्रबंधन ने प्रशासन के साथ लोहे की जालियों वाले मजबूत पंडाल मे बैठ कर पूरी प्रक्रिया को संपन्न कराया।
विस्तारीकरण से प्रभावित ग्रामीणों एवं ग्राम स्तरीय जनप्रतिनिधियों ने इस विस्तारीकरण का जमकर विरोध किया। ग्रामीणों का तर्क हैं की जब सयंत्र की इस क्षेत्र मे पहले से दो इकाई कार्यरत हैं, जिससे पैदा किया गया प्रदूषण प्रबंधन से संभल नहीं रह हैं तो और तीसरी इकाई लगा कर हमारा और हमारे बच्चों का भविष्य क्यों बर्बाद करना चाहते हो ? जनसुनवाई के दौरान तीसरी इकाई का राम लाल ध्रुव सरपंच ग्राम भद्रपाली, रूपेंद्र वर्मा उपसरपंच ग्राम भद्रपाली, राजेश साहू जनपद सदस्य, विष्णु साहू सरपंच प्रतिनिधि, गोलू देवांगन, हरिराम वर्मा, अधिवक्ता दिनबंधू देवांगन, चिनु वर्मा, रवि वर्मा, दिलीप कुमार उपसरपंच ग्राम करमंडी, शशिकांत साहू, भूषण साहू एवं अन्य ने विरोध किया।
ग्रामीणों के सख्त विरोध के बावजूद भी जिला स्तरीय सत्ता पक्ष – विपक्ष के जनप्रतिनिधियों सहित उद्योगपतियों, ठेकेदारों ने विस्तारीकरण को विकास के नाम पर अपना समर्थन दिया जनसुनवाई मे ग्रामीण दो हिस्सों मे बाँटे नजर आये, पहले हिस्से में वो लोग हैं जो अंबुजा सीमेंट संयंत्र से उत्पन्न हो रहे प्रदूषण से बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं, दूसरे हिस्से में वो लोग हैं जिनके घरों मे पानी आ रहा हैं, जो स्वच्छ वायु मे साँस ले रहे हैं, जिनके कान चौबीसों घँटे के शोर से मुक्त हैं जिनके बच्चों के खेलने के लिए खेल मैदान उपलब्ध हैं जिनका उद्देश्य विकास के नाम पर सिर्फ पैसा कमाना हैं।
जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा, परमेश्वर यदु, सुधीर अग्रवाल, अशोक जैन, अर्जुनी सरपंच प्रमोद जैन, भारतीय जनता पार्टी जिलाध्यक्ष सनम जांगड़े, के के वर्मा, आर्यन शुक्ला, भोला वर्मा सरपंच ग्राम मल्दी, धीरज बाजपेई, उमेश जैन ग्राम अर्जुनी एवं अन्य ने जनसुनवाई में तीसरी इकाई का समर्थन किया। विधायक प्रमोद शर्मा, जनपद उपाध्यक्ष ईशान वैष्णव, जिला कांग्रेस कमिटी जिला अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर, शिवसेना जिलाध्यक्ष संतोष यदु ने जनसुनवाई मे भाग नहीं लिया।
संयंत्र विस्तारीकरण से प्रभावित ग्रामीणों ने अपने सरपंच पंच जनपद सदस्यों के साथ जम कर अपना विरोध दर्ज कराया, ग्रामीणों ने मंच पर आ कर कहाँ की इस संयंत्र की कार्यशील दो इकाईयों ने ही यहाँ के पर्यावरण को नष्ट कर दिया हैं, जल दूषित हो गया हैं, भूजल स्तर बहुत नीचे चला गया हैं, पेयजल संकट हैं, इस वायु मे अब सांस लेने मे भी समस्या आ रही हैं, खेती योग्य भूमि संयंत्र की डस्ट से पट कर बंजर हो रही हैं, संयंत्र के आस पास के गाँव मे हमेशा बदबू फैली रहती हैं, जलाशय सूख गए हैं, तरह तरह की बीमारियां हो रही हैं, कन्वेयर बैल्ट के चौबीसों घंटे के शोर से स्थाई बहरापन आ रहा हैं, सीमेंट संयंत्र की 2 इकाइयों ने हमारे ग्रामीण जनजीवन एवं पर्यावरण को बुरी तरह से प्रभावित किया हैं, हमें ये तीसरी इकाई नहीं चाहिए, वर्तमान समस्याओं को पहले दूर करें उसके बाद तीसरी इकाई विस्तार पर पर्यावरण जनसुनवाई करें।
बलौदाबाजार जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा ने कहा कि संयंत्र और ग्रामीण जनता के बीच कोई सामाजिक सरोकार नही है। उन्होंने ग्राम भद्रपाली में आवागमन के लिए सड़क , ग्राम मुड़ीपार में स्थित कन्वेयर बेल्ट को साउंड प्रूफ बनाने और संयंत्र में 90 प्रतिशत स्थानीय कर्मचारियों की भर्ती जैसे मांग को प्रशासन के सामने प्रमुखता से रखते हुए अपना समर्थन दिया। रवान निवासी दीनबंधु देवांगन ने कहा कि प्लांट द्वारा पर्यवरण नीति को ठेंगा दिखाते हुए कार्य किया जा, जिससे भूमि जल स्तर लगातार गिरता जा रहा है, कुकुरडीह स्थित 700 एकड़ का जलाशय सुख चुका है। मुढ़ीपार निवासी हरिराम वर्मा ने कन्वेयर बेल्ट से ध्वनि प्रदूषण होने की बात कही। उन्होंने आशंका जाहिर की कि ध्वनि प्रदूषण चलते गाँव में कहीं बच्चे मूक बधिर पैदा न हों।
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