Close

अस्पताल में ऑक्सीजन रिसाव के कारण 22 मरीजों की मौत, अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज

नासिक: महाराष्ट्र में नासिक के डॉ जाकिर हुसैन अस्पताल में भयावह घटना हुई है. यहां ऑक्सीजन की आपूर्ति में रिसाव के कारण नासिक नगर निगम (एनएमसी) अस्पताल में वेंटिलेटर पर कम से कम 22 मरीजों की मौत हो गई है. अब इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. भारतीय दंड संहिता की धारा 304 ए (लापरवाही से मौत) के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है.

अस्ताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति अचानक बंद हो जाने से वेंटीलेटर बेड पर रखे गए मरीजों रोगियों ने दम तोड़ दिया. जब यह घटना घटी, तब अस्पताल में करीब 150 मरीजों का ऑक्सीजन बेड पर अन्य दो दर्जन से अधिक मरीजों का वेंटिलेटर बेड पर इलाज चल रहा था.

ये भी पढ़ें – ऑक्सीजन किल्लत पर बोले केजरीवाल- अगर हम अलग-अलग राज्यों में बंट गए तो भारत नहीं बचेगा

डॉ जाकिर हुसैन अस्पताल महाराष्ट्र में सबसे बड़े नागरिक निकायों में से एक है. नासिक फिलहाल राज्य में सबसे बड़े कोविड-19 हॉटस्पॉट में से एक के रूप में उभरा है. घटना के बाद आक्रोश और हंगामे को नियंत्रित करने के लिए, नासिक पुलिस ने अस्पताल परिसर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी है.

घटना पर प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत तमाम नेताओं ने दुख प्रकट किया है, पीएम मोदी ने कहा कि नासिक के एक अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक रिसाव की वजह से हुआ हादसा दिल दहला देने वाला है. हादसे में हुए जानमाल के नुकसान से दुखी हूं. इस दुख की घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं.

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, “नासिक के एक अस्पताल में ऑक्सीजन लीक होने से हुई दुर्घटना का समाचार सुन व्यथित हूं. इस हादसे में जिन लोगों ने अपनों को खोया है, इस अपूरणीय क्षति पर अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. बाकी सभी मरीजों की कुशलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं.”

महा विकास अघाडी (एमवीए) की सहयोगी शिवसेना नेता और पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने इस हादसे पर दुख जताया और आश्वासन दिया कि इस घटना की जांच की जाएगी. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता और राज्य के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने त्रासदी पर शोक व्यक्त किया और उच्च स्तरीय जांच का आश्वासन दिया. वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सचिन सावंत ने त्रासदी की पूरी जांच करने और दोषी पाए गए सभी लोगों को दंडित करने की मांग की.

ये भी पढ़ें – दिल्ली हाईकोर्ट से फेसबुक-व्हाट्सऐप की याचिका खारिज, प्राइवेसी पॉलिसी पर नहीं मिली राहत

scroll to top