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सीनियर सिटिजन नियमित आय के लिए इन योजनाओं में करें निवेश, फायदे में रहेंगे

टर्म डिपोजिट पर ब्याज दरों ने डिपोजिटरों के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है.  बैंकों से लेकर डाकघरों और छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें लगातार गिरती जा रही है. चूंकि कम ब्याज दर का माहौल है. इसलिए बैंक सस्ता लोन दे रहे हैं इसलिए उनके लिए डिपोजिट पर ज्यादा ब्याज देना संभव नहीं है. ऐसे में सबसे ज्यादा मुश्किल उन बुजुर्गों को हो रही है, जिनकी आमदनी का स्रोत डिपोजिट से मिलने वाला ब्याज ही है. इसलिए यह जानना  बेहद जरूरी है कि वे अपना पैसा कहां जमा करें ताकि ज्यादा से ज्यादा और एक स्थिर ब्याज मिल सके.

सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम 60 साल  से अधिक उम्र के भारत के निवासियों के लिए है. यह पहले पांच साल के लिए होती है और फिर इसे 3 या पांच साल के लिए बढ़ाया जा सकता है. अप्रैल-जून 2021 के लिए सीनियर सिटीजन  सेविंग स्कीम पर 7.4 फीसदी ब्याज निर्धारित किया गया है. देश में छोटी बचत योजनाओं में यह सबसे ज्यादा ब्याज दर है.  इस स्कीम के तहत  सार्वजनिक या निजी क्षेत्र के बैंकों और डाकघरों में खाता खोला जा सकता है. इसके तहत अधिकतम 15 लाख रुपये का निवेश किया जा सकता है.

 डाकघर मासिक आय योजना (पीओएमआईएस) बैंकों की एफडी की तुलना में ज्यादा रिटर्न देता है. पीओएमआईएस से एक निश्चित मासिक आय होती है. पीओएमआईएस में कम से कम 1500 रुपये हर महीने जमा करके निवेश शुरू कर सकते हैं. डाकघर मासिक आय योजना ) पर इस समय 6.6 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है. डाकघर मासिक आय योजना की मेच्योरिटी पीरियड पांच साल है.  इस स्कीम में आप अधिकतम  नौ लाख रुपये ही निवेश कर सकते हैं.

यह स्कीम बुजुर्गों की सोशल सिक्योरिटी के रूप में शुरू की गई है. यह एक नॉन-लिंक्ड, नॉन-पार्टिसिपेटिंग पेंशन स्कीम है. इस योजना में सरकार ने सब्सिडी दी है. प्रधानमंत्री वय वंदना योजना सीनियर सिटीजन के लिए एक पेंशन स्कीम है. मासिक पेंशन का विकल्प चुनने पर वरिष्ठ नागिरकों को स्कीम में 10 साल तक एक तय दर से गारंटीशुदा पेंशन मिलती है. पीएमवीवीवाई में  अधिकतम 7.75 फीसदी ब्याज मिल रहा है.. पीएमवीवीवाई में 60 वर्ष या इससे अधिक के सीनियर सिटीजन निवेश कर सकते हैं. अधिकतम उम्र की सीमा नहीं है.  अधिकतम 15 लाख रुपये स्कीम में निवेश कर सकते हैं.

फ्लोटिंग रेट सेविंग बॉन्ड 2020 में सीनियर सिटीजन 7 साल के लिए निवेश कर सकते हैं. हर छह महीने में इस स्कीम में ब्याज दरें बदलती हैं और यह नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर दिए जाने वाले ब्याज दर के अलावा 35 बेसिस प्वाइंट जोड़कर दिया जाता है. 1 जनवरी और 1 जुलाई को साल में दो बार फ्लोटिंग रेट सेविंग बांड पर ब्याज दिया जाता है. इस समय एफआरएसबी में 7.15 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है.

इसके अलावा बैंक की एफडी स्कीमों के तहत भी पैसा जमा किया जा सकता है. हालांकि इन स्कीमों में अब ब्याज दरें तेजी से घटती जा रही हैं. इसलिए एफडी सीनियर सिटीजन डिपोजिटरों के लिए आकर्षक नहीं रह गया है.

 

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