लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के लिए निजी क्षेत्र से 54 प्रस्ताव मिले हैं. उन्होंने निर्देश दिया कि इन प्रस्तावों का परीक्षण करते हुए सभी जरूरी सहयोग दिया जाए. व्यापक जनहित में निजी क्षेत्र का यह प्रस्ताव स्वागत योग्य है. उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना की कार्यवाही तेज की जाए. हर मेडिकल कॉलेज में एक लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट और एक एयर सेपरेटर प्लांट स्थापित करने की कार्यवाही हो.
यह बातें उन्होंने आज उच्चाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कहीं. उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में 32 ऑक्सीजन प्लांट पहले से हैं. 39 और अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं. इसके अलावा पीएम केयर्स फंड के तहत भारत सरकार द्वारा स्थापित कराए जाने वाले ऑक्सीजन प्लांट के बारे में प्रदेश सरकार की ओर से 61 प्रस्ताव भेजे गए हैं, जिनमें 39 ऑक्सीजन प्लांट लगाने के आर्डर आज भेज दिए गए हैं. खास बात यह है कि यह सभी प्लांट नई तकनीक से हवा से ऑक्सीजन बनाएंगे. सीएम योगी ने कहा कि सीएचसी पर छोटे ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाए जाएंगे. इसके अलावा चिकित्सा शिक्षा विभाग के स्तर पर प्रक्रियाधीन ऑक्सीजन प्लांट को तेजी से क्रियाशील कराएं.
निजी क्षेत्र की ओर से सबसे ज्यादा 11 ऑक्सीजन प्लांट कानपुर नगर में लगाने के लिए प्रस्ताव मिले हैं. इसके अलावा आगरा में एक, मथुरा में दो, अलीगढ़ में तीन, कासगंज में एक, बाराबंकी में एक, मऊ में तीन, बरेली में चार, बदायूं में एक, बस्ती में एक, संतकबीरनगर में एक, गोंडा में एक, गोरखपुर में एक, महराजगंज में एक, ललितपुर में एक, कानपुर देहात में तीन, उन्नाव में एक, हरदोई में एक, सीतापुर में एक, गाजियाबाद में दो, हापुड़ में एक, प्रयागराज में चार, वाराणसी में दो, जौनपुर में तीन और चंदौली में दो ऑक्सीजन प्लांट लगाने को मिले हैं. इन प्लांट्स से कुल 20 लाख क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन तैयार होगी.
सीएम के निर्देश पर प्रदेश में ऑक्सीजन की सप्लाई लगातार बढ़ रही है. पहले 64 ऑक्सीजन टैंकर थे, जिन्हें अब बढ़ाकर 84 कर दिया गया है. केंद्र सरकार की ओर से पांच टैंकर आज और मिल रहे हैं, जिससे 85 मीट्रिक टन ऑक्सीजन के परिवहन की क्षमता और बढ़ जाएगी. इसके अलावा केंद्र सरकार की ओर से डेढ़ हजार ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और अमेजन की तरफ से पांच सौ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजे जा रहे हैं.
प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों, संस्थानों और चिकित्सा महाविद्यालयों में रीफिल के लिए करीब आठ करोड़ रुपए में पांच हजार डी टाइप जम्बो सिलेंडर खरीदने के आदेश दिए थे, इसके बाद आज फिर तीन हजार और सिलेंडर खरीदने के आदेश चिकित्सा शिक्षा विभाग ने आज जारी किए हैं. एक जंबो सिलेंडर में 46.7 लीटर ऑक्सीजन आती है और प्रति सिलेंडर के हिसाब से पांच हजार जम्बो सिलेंडर में दो लाख 33 हजार पांच सौ लीटर ऑक्सीजन आएगी. प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने बताया कि सभी ऑक्सीजन सिलेंडर का भंडारण कैंसर इंस्टीट्यूट लखनऊ में होगा और यहीं से जिलों को आवश्यकतानुसार जंबो सिलेंडर भेजे जाएंगे. दो दिन में आपूर्ति शुरू होने की उम्मीद है. हर तीसरे दिन पांच सौ सिलेंडर आएंगे.
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