भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 27 मई को खत्म हफ्ते में 3.854 अरब डॉलर बढ़कर 601.363 अरब डॉलर हो गया. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों के मुताबिक ये इजाफा विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (फॉरेन करेंसी ऐसेट्स) में हुई बढ़ोतरी के कारण आया है. इससे पिछले हफ्ते, विदेशी मुद्रा भंडार 4.230 अरब डॉलर बढ़कर 597.509 अरब डॉलर हो गया था.
विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी की वजह
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में वृद्धि होना है जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण घटक है. आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 3.61 अरब डॉलर बढ़कर 536.988 अरब डॉलर हो गयी.
डॉलर में बताए जाने वाले विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता है.
देश का गोल्ड रिजर्व भी बढ़ा
आंकड़ों के मुताबिक, 27 मई को खत्म हफ्ते में स्वर्ण भंडार यानी गोल्ड रिजर्व का मूल्य भी 9.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 40.917 अरब डॉलर हो गया.
IMF में रखा देश का मुद्रा भंडार भी बढ़ा
समीक्षाधीन हफ्ते में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 13.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.438 अरब डॉलर हो गया. आईएमएफ में रखे देश का मुद्रा भंडार 1.8 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.019 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. विदेशी निवेशकों द्वारा लगातार खरीदारी बढ़ाए जाने के बाद विदेशी मुद्रा भंडार में तेजी का रुख देखने को मिला है.
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